शिमला: 3 दिसंबर को विश्व स्तर पर दिव्यांग दिवस (World Disabilities Day 2021) मनाया जाता है. इस दिन विभिन्न संस्थाओं और संगठनों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन राजधानी शिमला में राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ द्वारा इस दिन को काला दिवस के (National Blind Association demonstration in Shimla) रूप में मनाया गया. बता दें कि शिमला में प्रदेश भर के दृष्टिबाधितों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.
दृष्टिहीन संघ ने सरकार पर दृष्टिबाधितों की अनदेखी करने के आरोप लगाए हैं. राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के सचिव सतीश कुमार ने कहा कि संघ लंबे समय से सरकार के समक्ष बैकलॉग भरने के साथ-साथ अन्य मांगे रखता आ रहा है, लेकिन सरकार उस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. यही वजह है कि संघ द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस को काला दिवस के रूप में (Black Day of Blind Association in Shimla) मनाया जा रहा है.
राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के सचिव सतीश कुमार ने कहा कि (National Blind Association demands) बैकलॉग को भरा जाए, सुंदर नगर और ढली स्कूल को आधुनिक बनाया जाए ताकि दृष्टिबाधित भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें. इसके अलावा सेवानिवृत्त सीमा 58 से बढ़ा कर 60 करने और बेरोजगारी भत्ता बढ़ाने की मांग काफी समय से की जा रही है. इन मांगों को लेकर सरकार के समक्ष वार्ता हुई थी जिसके बाद सरकार ने 6 अक्तूबर का समय दिया था. उसके बाद आचार सहिंता लागू हो गई थी, लेकिन सरकार ने उसके बाद भी संघ को वार्ता के लिए नहीं बुलाया. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर समय रहते उनकी मांगें नहीं (National Blind Association demands) मानी गई तो उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता (way of movement) अपनाना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें :शिमला में युवती से दुष्कर्म, हिमाचल हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील पर FIR