किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में मंगलवार को जिला प्रशासन ने मॉकड्रिल का आयोजन किया. इस दौरान जिला प्रशासन, होमगार्ड, पुलिस, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद रहीं.
डीसी कार्यालय में भूकंप
महाविद्यालय परिसर से डीसी कार्यालय तक इस मॉकड्रिल को पूरा किया गया. मॉकड्रिल के दौरान डीसी कार्यालय को स्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया. जिसके तहत डीसी कार्यालय में भूकंप आने पर होमगार्ड की टीम ने इस भूकंप में फंसे कर्मियों और लोगों को बचाने की कोशिश की. आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीम ने भी बचाव अभियान में हिस्सा लिया.
क्या कहा सहायक आयुक्त उपायुक्त किन्नौर ने
इस संदर्भ में सहायक आयुक्त उपायुक्त किन्नौर मुनीष कुमार ने कहा कि जिला किन्नौर के पुराने इतिहास को देखे तो जिला में कई बार भयंकर भूकंप आया है जिसमें लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में सर्दियों के दौरान भी बर्फबारी के साथ भूकंप के खतरे से निपटने के लिए प्रशासन ने एनडीआरएफ और स्थानीय फोर्स की सहायता से आज रिकांगपिओ में मॉकड्रिल करवाई.
डीसी कार्यालय में लोगों को बचाया
वहीं, दूसरी ओर एनडीआरएफ डिप्टी कमांडेंट मुकेश गौड़ ने कहा कि आपदा से बचाव के लिए भटिंडा से स्पेशल एनडीआरएफ की टीम को किन्नौर प्रशासन ने बुलाया है. इस मॉकड्रिल के दौरान डीसी कार्यालय में भूकंप आने से फंसे सभी लोगों को सुक्षित बचाया गया है.
आपदा से बचने के लिए मॉकड्रिल का आयोजन
बता दें कि जिला प्रशासन समय समय पर मॉकड्रिल का आयोजन करता है. वहीं, जिला किन्नौर में एक पहाड़ी इलाका है और इस क्षेत्र में भूकंप व दूसरी आपदाएं आती रहती हैं. ऐसे में जिला प्रशासन ने सर्दियों को देखते हुए मॉकड्रिल का आयोजन किया ताकि सर्दियों में आने वाली आपदा से बचाव के तरीके सीखे जाए.
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