शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते काफी नुकसान हुआ है. जगह-जगह भूस्खलन होने से सड़कों पर आवाजाही बाधित हुई है. कांग्रेस ने सरकार पर सड़कों कों बहाल करने में नाकाम रहने के आरोप लगाए हैं. हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन शिलाई से कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने सदन में एनएच-707 पर काली ढांक के पास भूस्खलन के चलते सड़क बंद होने का मामला उठाया. हर्षवर्धन ने कहा कि यह एनएच हाटकोटी को जोड़ता है और इस मार्ग के अवरुद्ध होने से लोगों को परेशानी हो रही है. यह मार्ग उनके हलके में आता है और वहां की लाइफलाइन है.
विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सड़कों को भारी बरसात से नुकसान हुआ है. जहां-जहां सड़कों को चौड़ा किया गया है, वहां पर ज्यादा दिक्कत है. भूमि का सतह स्थिर नहीं है. शिमला-कालका फोरलेन पर भी यही स्थिति है. वहां अभी भी पत्थर गिर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाए, जिससे कम से कम नुकसान हो, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. आज भी सड़क को दोनों तरफ से काटा जा रहा है. पहाड़ कटने से नुकसान ज्यादा हो रहा है.
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि एनएच 707 काली ढांक के पास भूस्खलन हुआ है. लोगों की दिक्कत हो रही है. सड़क मार्ग बहाल करने के कार्य में तेजी लाने की जरूरत है. इस मार्ग के काम में लगी कंपनी ने नालों में डंपिंग की है और यह मार्ग अवरुद्ध हो गया है. इससे लोगों के खेत और फसलें भी खराब हुई हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से यहां पर डंपिग साइट को बंद करने और लोगों को राहत देने की मांग उठाई.
विधायक हर्षवर्धन चौहान ने जयराम सरकार पर बरसात में सड़कों की बहाली में नाकाम रहने के आरोप लगाए और कहा कि प्रदेश में 210 सड़कें बंद पड़ी हैं. सरकार उन्हें खोलने में नाकाम साबित हो रही है. उन्होंने सरकार से युद्ध स्तर पर सड़कों की बहाली की मांग की है.
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