शिमला: शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने स्टार प्रोजेक्ट (स्ट्रैंथनिंग टीचर लर्निंग एंड रिजल्ट्स फॉर स्टेट्स) के तहत हिमाचल प्रदेश को करोड़ों की राशि जारी कर दी है. स्टार प्रोजेक्ट, स्ट्रैथनिंग टीचर लर्निंंग एंड रिजल्टस फॉर स्टे्टस के तहत चयनित राज्यों में शिक्षा के क्षेत्र में शुरू किया गया है. जिसमें हिमाचल प्रदेश भी शामिल है. इस प्रोजेक्ट को लेकर शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के साथ विश्व बैंक स्कूलों में सभी तरीके से विकास कार्यों के साथ शिक्षक, अध्ययन और परिणाम को सृदृढ़ करने पर काम करेगा.
प्रदेश समग्र शिक्षा को सवा दस करोड़ की राशि जारी
स्टार प्रोजेक्ट के लिए प्रदेश समग्र शिक्षा को पहली किश्त में लगभग सवा दस करोड़ की राशि जारी की गई है. हालांकि ये राशि स्टार प्रोजेक्ट के तहत शिक्षकों या अन्य स्टाफ की स्थाई भर्ती नहीं की जाएगी. स्टार प्रोजेक्ट के लिए मिली राशि को प्रदेश समग्र शिक्षा को 31 मार्च 2021 तक इस्तेमाल करना होगा. शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न कॉम्पोनेंट्स के तहत हिमाचल को ये राशि जारी की है.
स्कूलों को करना होगा ये काम
प्रदेश के स्कूलों को कंप्यूटराइज्ड व ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ना, शिक्षकों को प्रशिक्षण देना, लर्निंग स्कील्स को विकसीत करना और परिणाम में सुधार करने पर बल दिया जाएगा. वहीं, प्रदेश समग्र शिक्षा परियोजना निदेशालय को इस प्रोजेक्ट के तहत किए गए कार्यों की एनुअल प्रकृति रिपोर्ट बनानी होगी. जिसे मौजूदा वित्त वर्ष के समाप्त होने से एक महीना पहले शिक्षा मंत्रालय को भेजना होगा. साथ ही इसके यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट भी समय-समय पर शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार को भेजे जाएंगे.
2019 में इन राज्यों का हुआ था चयन
बता दें कि स्टार्स प्रोजेक्ट के लिए वर्ष 2019 में छह राज्यों का चयन किया गया था. जिसमें हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और केरला शामिल है. इस प्रोजेक्ट के लिए विश्व बैंक फंडिग कर रहा है, जिसकी पहली किश्त जारी कर दी गई है.
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