शिमलाः नगर निगम शिमला शहर के भवन मालिकों पर अतिरिक्त बोझ डाल कर अपना खजाना भरने जा रहा है. निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स में दस फीसदी बढ़ोतरी कर दी है. शुक्रवार को नगर निगम द्वारा पेश किए गए अपने बजट में प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ा कर अपनी आय बढ़ाने की बात कही गई है. प्रॉपर्टी टैक्स में वृद्धि होने से नगर निगम को 21 करोड़ की आय होगी.
इस वित्त वर्ष में निगम को 15 करोड़ की आय होने का अनुमान है. प्रॉपर्टी टैक्स नगर निगम की आय का मुख्य स्रोत है. शहर में 25 हजार के करीब लोग नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाते हैं. निगम द्वारा 2016 में ही टैक्स में दस फीसदी बढ़ोतरी की थी.
वहीं, अब भवन मालिकों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया है. प्रॉपर्टी टैक्स में दस फीसदी की बढ़ोतरी करने को निगम के हाउस से पहले ही मंजूरी मिल गई है. वहीं, अब अप्रैल माह से नगर निगम लोगों से दस फीसदी बढ़ोतरी के हिसाब से टैक्स वसूल करेगा.
इसके अलावा निगम अपनी भड़ाने के लिए ग्रीन टैक्स लगाने के लिए सरकार की मंजूरी का दो सालों से इंतजार कर रहा है, लेकिन सरकार से अभी तक मंजूरी नहीं मिल पा रही है. ग्रीन फीस वसूलने से निगम को 15 करोड़ सालाना आय होने की उम्मीद है. साथ ही अब नगर निगम कोर्ट रोड पर टूरिज्म की नई लिफ्ट में तीस फीसदी हिस्सेदारी की मांग भी की है.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि निगम अपनी आय बढ़ाने को लेकर प्रयास कर रहा है. प्रॉपर्टी टैक्स में दस फीसदी बढ़ोतरी करने के साथ ग्रीन टैक्स वसूला जाएगा. ग्रीन टैक्स के लिए सरकार के समक्ष मामला उठाया गया है.
ये भी पढ़ें- प्रदेश सरकार ने लिया 9811 करोड़ 76 लाख रुपए का कर्ज, CM ने सदन में दी जानकारी