शिमलाः शहर को स्मार्ट सिटी कैसे बनाए जा सकता है. इसको लेकर सोमवार को नगर निगम की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह और पार्षदों ने अपने-अपने सुझाव दिए.
निगम की ओर से कार्यशाला के लिए शाम 6 बजे का वक्त निर्धारित किया गया था, लेकिन समय पर शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी के आने पर स्मार्ट सिटी कंपनी के एमडी ने कार्यशाला का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी रात आठ बजे पहुंचीं. एमडी पंकज राय ने कार्यशाला में स्मार्ट सिटी के तहत क्या-क्या कार्य होने हैं, उसको लेकर प्रजेंटेशन दी.
स्मार्ट सिटी में हो रहे कार्यों पर लोगों ने सवाल भी खड़े किए. लोगों ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत शहर में बच्चों के खेलने के लिए खेल मैदान बनाने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है और न ही आपदा के समय ऐसी कोई जगह का प्रावधान किया गया है जहां खुद को लोग सुरक्षित महसूस कर सके.
एन के नेगी ने कहा कि खेल मैदान न होने से बच्चे गलत संगत में पड़ रहे हैं. इसके अलावा आपदा की दृष्टि से शहर काफी संवेदनशील है. इसको लेकर स्मार्ट सिटी में प्रावधान किया जाना चाहिए.
स्मार्ट सिटी के एमडी पंकज राय ने कहा कि शहर में अब जल्द ही स्मार्ट सिटी के कार्य जमीन पर दिखने लगेंगे. पहले चरण में 18 कार्य शुरू किए जा रहे हैं. इसके लिए 31 मार्च तक टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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