शिमला: राजधानी शिमला में पानी के भारी भरकम बिलों से शहर की जनता परेशान है. लोग अब दोबारा पानी के वितरण का काम नगर निगम को सौंपने की मांग कर रहे है.
वहीं, पानी के वितरण का नियंत्रण फिर से नगर निगम को देने के लिए महापौर सत्या कौंडल ने सरकार को पत्र लिखा है. इस पत्र में जल प्रबंधन निगम से पानी वितरण का कार्य वापिस लेकर नगर निगम को देने का आग्रह किया गया है. महापौर ने सरकार से मांग उठाते हुए कहा कि जल निगम पानी का वितरण कर रहा है. जल निगम की कार्यप्रणाली से लोग परेशान हैं.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि शहर में लोग पानी के बिलों की वजह से परेशान हैं. लोग निगम में ही अपनी शिकायते लेकर आ रहे हैं. इन शिकायतों को देखते हुए मुख्यसचिव और शिक्षा मंत्री से शहर में पानी का कार्य निगम को देने के लिए आग्रह किया गया है. उन्होंने कहा कि बीओडी की बैठक में भी इस मामले को प्रमुखता से उठाया गया था.
इस बैठक में मुख्य सचिव ने शिमला में पानी के प्रौजेक्ट पर वर्ल्ड बैंक की फंडिंग के लिए कंपनी का होना जरूरी बताया था. जिसकी वजह से जल प्रबंधन निगम को पानी की कमान सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि दोबारा इस मामले को सरकार के समक्ष उठाया जाएगा.
बता दें शिमला में दो सालों से शहर में पानी के वितरण का जिम्मा जल प्रबधंन निगम को सौंपा गया है. शहर में पानी के बिल और पानी देने का कार्य जल निगम ही देख रहा है. जल निगम पर नगर निगम का भी कोई नियंत्रण नहीं है, जिसकी वजह से नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है.
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