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शिमला के टुटू में बंगाला कॉलोनी में धंस रहे ढारे, खौफ के साये में रहने को मजबूर लोग - बंगाला कॉलोनी पर भूस्खलन

उपनगर टुटू में बंगाला कॉलोनी पर भूस्खलन होने से कॉलोनी के आधा दर्जन ढारे पहले ही धंस गए हैं. प्रशासन ने इसके लिए लोगों को तिरपाल उपलब्ध करवाए. लोगों ने भूस्खलन वाली जगह पर यह तिरपाल तो लगा दिए, लेकिन जमीन फिर धंस गई.

Bangala colony in Tutu
बंगाला कॉलोनी में धंस रही ढारें
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Published : Jul 23, 2020, 1:34 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर टुटू में बंगाला कॉलोनी पर धंसने का खतरा मंडरा रहा है. भूस्खलन होने से कॉलोनी के आधा दर्जन ढारे पहले ही धंस गए हैं. वहीं, अब बारिश के चलते अन्य ढारे भी धंसना शुरू हो गए है.

हालांकि, प्रशासन ने चार परिवारों को शिफ्ट भी करवा दिया है. बारिश के चलते इस क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है. प्रशासन ने लोगों को तिरपाल उपलब्ध करवाए. लोगों ने भूस्खलन वाली जगह पर यह तिरपाल तो लगा दिए लेकिन जमीन फिर धंस गई. इसके चलते करीब कई ढारे ढहने की कगार पर पहुंच गए. वहीं, लोगों को हर वक्त धंसने का डर सता रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम ने पार्किंग के लिए गलत खुदाई की जिसके चलते उनकी कॉलोनी पर खतरा मंडरा रहा है. लोगों का कहना है कि बारिश होने से भूस्खलन के चलते जमीन काफी धंस रही है जिससे ढारों के ढहने का खतरा बढ़ गया है और यहां रहने से भी डर लग रहा है.

बता दें कि इस कॉलोनी में दो सौ के करीब लोग कई वर्षों से रह रहे है. पहले कभी भी यहां ढारों को खतरा नही हुआ लेकिन नगर निगम के पार्किंग के लिए की जा रही खुदाई के बाद से ही यहां भूस्खलन होना शुरू हुआ है. लोगों ने सरकार से मुआवजे और उन्हें पक्के मकान बना कर देने की मांग की है.

बता दें कि नगर निगम टुटू पार्किंग का निर्माण कर रहा है. पार्किंग की खुदाई से भूस्खलन हो गया है जिससे दो बहुमंजिला मकानों के साथ ही बंगाला कॉलोनी भी खतरे की जद में आ गई है. निगम द्वारा एक बहु मंजिला मकान को गिरा दिया गया है और बंगाला कॉलोनी के लोगों को शिफ्ट भी किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा, वैली ब्रिज पर मंडराया खतरा

शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर टुटू में बंगाला कॉलोनी पर धंसने का खतरा मंडरा रहा है. भूस्खलन होने से कॉलोनी के आधा दर्जन ढारे पहले ही धंस गए हैं. वहीं, अब बारिश के चलते अन्य ढारे भी धंसना शुरू हो गए है.

हालांकि, प्रशासन ने चार परिवारों को शिफ्ट भी करवा दिया है. बारिश के चलते इस क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है. प्रशासन ने लोगों को तिरपाल उपलब्ध करवाए. लोगों ने भूस्खलन वाली जगह पर यह तिरपाल तो लगा दिए लेकिन जमीन फिर धंस गई. इसके चलते करीब कई ढारे ढहने की कगार पर पहुंच गए. वहीं, लोगों को हर वक्त धंसने का डर सता रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम ने पार्किंग के लिए गलत खुदाई की जिसके चलते उनकी कॉलोनी पर खतरा मंडरा रहा है. लोगों का कहना है कि बारिश होने से भूस्खलन के चलते जमीन काफी धंस रही है जिससे ढारों के ढहने का खतरा बढ़ गया है और यहां रहने से भी डर लग रहा है.

बता दें कि इस कॉलोनी में दो सौ के करीब लोग कई वर्षों से रह रहे है. पहले कभी भी यहां ढारों को खतरा नही हुआ लेकिन नगर निगम के पार्किंग के लिए की जा रही खुदाई के बाद से ही यहां भूस्खलन होना शुरू हुआ है. लोगों ने सरकार से मुआवजे और उन्हें पक्के मकान बना कर देने की मांग की है.

बता दें कि नगर निगम टुटू पार्किंग का निर्माण कर रहा है. पार्किंग की खुदाई से भूस्खलन हो गया है जिससे दो बहुमंजिला मकानों के साथ ही बंगाला कॉलोनी भी खतरे की जद में आ गई है. निगम द्वारा एक बहु मंजिला मकान को गिरा दिया गया है और बंगाला कॉलोनी के लोगों को शिफ्ट भी किया जा रहा है.

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