शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर टुटू में बंगाला कॉलोनी पर धंसने का खतरा मंडरा रहा है. भूस्खलन होने से कॉलोनी के आधा दर्जन ढारे पहले ही धंस गए हैं. वहीं, अब बारिश के चलते अन्य ढारे भी धंसना शुरू हो गए है.
हालांकि, प्रशासन ने चार परिवारों को शिफ्ट भी करवा दिया है. बारिश के चलते इस क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है. प्रशासन ने लोगों को तिरपाल उपलब्ध करवाए. लोगों ने भूस्खलन वाली जगह पर यह तिरपाल तो लगा दिए लेकिन जमीन फिर धंस गई. इसके चलते करीब कई ढारे ढहने की कगार पर पहुंच गए. वहीं, लोगों को हर वक्त धंसने का डर सता रहा है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम ने पार्किंग के लिए गलत खुदाई की जिसके चलते उनकी कॉलोनी पर खतरा मंडरा रहा है. लोगों का कहना है कि बारिश होने से भूस्खलन के चलते जमीन काफी धंस रही है जिससे ढारों के ढहने का खतरा बढ़ गया है और यहां रहने से भी डर लग रहा है.
बता दें कि इस कॉलोनी में दो सौ के करीब लोग कई वर्षों से रह रहे है. पहले कभी भी यहां ढारों को खतरा नही हुआ लेकिन नगर निगम के पार्किंग के लिए की जा रही खुदाई के बाद से ही यहां भूस्खलन होना शुरू हुआ है. लोगों ने सरकार से मुआवजे और उन्हें पक्के मकान बना कर देने की मांग की है.
बता दें कि नगर निगम टुटू पार्किंग का निर्माण कर रहा है. पार्किंग की खुदाई से भूस्खलन हो गया है जिससे दो बहुमंजिला मकानों के साथ ही बंगाला कॉलोनी भी खतरे की जद में आ गई है. निगम द्वारा एक बहु मंजिला मकान को गिरा दिया गया है और बंगाला कॉलोनी के लोगों को शिफ्ट भी किया जा रहा है.
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