शिमला: हिमाचल में जयराम सरकार का 26वां जनमंच कार्यक्रम रविवार 1 मई (26th Janmanch on may 1) यानि मजदूर दिवस पर आयोजित (Janmanch in Himachal) होगा. इसका शेड्यूल भी जारी कर दिया गया कि कौन सा मंत्री कहां मौजूद रहकर लोगों की समस्या का समाधान मौके पर करेगा. जनमंच को लेकर सारी तैयारियां कर ली गई है. हिमाचल में जनमंच की शुरुआत का श्रेय बीजेपी की जयराम सरकर को ही जाता है.
कब हुई जनमंच की शुरुआत : 2017 विधानसभा चुनाव में हिमाचल में कमल खिला और बीजेपी की सरकार (When was JanManch started) बनी. दिसंबर में नई सरकार का शपथ ग्रहण होने के करीब छह महीने बाद ही जयराम सरकार ने जनमंच की शुरुआत कर दी और 3 जून 2018 को पहला जनमंच कार्यक्रम आयोजित किया गया. उसके बाद से लगातार जनमंच कार्यक्रम आयोजित कर लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. 1 मई 2022 को 26वां जनमंच कार्यक्रम है.
जनमंच क्या है : जनमंच का लक्ष्य है सरकार जनता के द्वार, यानि कि आपकी समस्याओं के समाधान के लिए आपको सरकार के पास नहीं जाना होगा बल्कि सरकार आपके पास आएगी. जनमंच कार्यक्रम के तहत महीने के किसी रविवार को मंत्रियों की ड्यूटी लगाई जाती है. कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ होता है और मंत्रियों की जिलेवार ड्यूटी लगाई जाती है. कार्यक्रम में मंत्री के अलावा जिले के अधिकारी भी मौजूद रहते हैं और जनमंच में पहुंची जनता अपनी समस्या मंत्री तक पहुंचाती है. इनमें से कई समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया जाता है.
कोरोना काल में लगा जनमंच पर ब्रेक- बीते करीब दो साल से कोरोना ने दुनियाभर की मुश्किलें बढ़ाई हैं, कोरोना का असर जनमंच पर भी पड़ा. साल 2020 में लॉकडाउन और अन्य पाबंदियां लगने के दौरान जनमंच कार्यक्रम नहीं हो पाए. लगभग एक साल के बाद फरवरी 2021 में जनमंच कार्यक्रम शुरू हुआ. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बाद इसे फिर से रोकना पड़ा. बीते साल नवंबर के बाद भी जनमंच कार्यक्रम नहीं हो पाया था, जो इस साल अप्रैल में शुरू हुआ है. 24वां जनमंच नवंबर 2021 और 25वां जनमंच 3 अप्रैल 2022 को आयोजित किया गया था.
56 हजार शिकायतें आई : 25 वां जनमंच 3 अप्रैल को आयोजित किया गया. प्रदेश के सभी जिलों में जनता की 919 शिकायतें सामने आई थी. हिमाचल में अब तक 260 से अधिक स्थानों पर 56 हजार के करीब शिकायतें जनमंच के माध्यम से आई हैं और सरकार के मुताबिक इनमें से 90% का समाधान किया जा चुका है. राज्य में मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 11 पर भी 3.60 लाख शिकायतें आई हैं जिनमें से 3.45 लाख का समाधान किया जा चुका है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप (Himachal BJP President Suresh Kashyap) का कहना है कि जनमंच कार्यक्रम के जरिए आम जनता को मौके पर ही अपनी समस्याओं का हल मिल जाता है. वहीं,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी हिमाचल सरकार की इस पहल की सराहना कर चुके हैं.
जयराम ने कांग्रेस पर किया था तंज: जनमंच से कई लोगों को फायदा भी हुआ है क्योंकि मंत्रियों और अधिकारियों के सामने समस्याओं का समाधान मौके पर ही होता है. इस योजना को लेकर सीएम जयराम ठाकुर अपनी सरकार की तारीफ करते नहीं थकते, जिस वजह से जनमंच पर राजनीति भी होती रही है. जयराम ठाकुर कई बार कांग्रेस पर जनमंच को लेकर तंज कस चुके हैं. विधानसभा के बजट सत्र में जयराम ने कहा था कि कांग्रेस अपने कार्यकाल की एक भी योजना नहीं बता पाई, लेकिन भाजपा ने जनमंच की शुरूआत की और लोगों की समस्याओं को मौके पर ही हल किया जा रहा है.
1 मई के जनमंच में यहां मौजूद रहेंगे मंत्री: 1 मई को होने वाले जनमंच (Janmanch on may 1) कार्यक्रम में प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह जिला कुल्लू के सदर में, सुरेश भारद्वाज जिला शिमला के कमला नगर में, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी कांगड़ा के फतेहपुर में, जनजातीय मंत्री रामलाल मारकंडा लाहौल-स्पीति के लाहौल में, पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ऊना के हरोली में, बिक्रम सिंह सिरमौर के शिलाई में, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर मंडी के सदर में, स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल किन्नौर के रिकांगपिओ में, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी सोलन के नालागढ़, वन मंत्री राकेश पठानिया चंबा के भरमौर, खाद्य आपूर्ति मंत्री हमीरपुर के नादौन और डिप्टी स्पीकर हंसराज बिलासपुर में जन समस्याएं सुनेंगे.
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