शिमला: हिमाचल सहित पड़ोसी राज्यों में बढ़ती मादक द्रव्यों की तस्करी को रोकने के लिए अंर्तराज्जीय संचार नेटवर्क को विकसित किया जाएगा. प्रदेश पुलिस मुख्यालय में बुधवार को आयोजित हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी ने की.
समन्वय बैठक में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य के साथ ही केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया. इस अवसर पर मुख्य रुप से नशे की अंर्तराज्जीय आपूर्ति को रोकने के लिए संयुक्त रणनीति तैयार की गई. इसके साथ ही प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने राज्यों में नशे के खिलाफ चलाए गए कार्यक्रमों को सांझा किया.
मादक पदार्थों की तस्करी एवं संगठित नेटवर्क के बारे में जानकारियां साझा की गई. बैठक में थाना, उपमंडल और जिला एवं खंड स्तर पर सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के लिए समन्वय बैठकों को आयोजित करने का निर्णय लिया गया. बैठक में वास्तविक सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतू थाना प्रभारियों, उपमंडल पुलिस अधिकारियों, जिला पुलिस अधीक्षकों, आई.जी. व डी.आई.जी. रैंक के अधिकारियों को व्हाट्सएप ग्रुप बनाने जाने पर भी चर्चा हुई. इसके साथ ही मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त उद्घोषित अपराधियों की भी जानकारियां भी साझा की गई.
बैठक में प्रदेश पुलिस विभाग के एडीजी लॉ एंड आर्डर एस.बी नेगी, आई.जी. हिमांशु मिश्रा और दलजीत कुमार ठाकुर, डी.आई.जी आसिफ जलाल, एस.पी साइबर क्राइम संदीप धवल, प्रोबेशनर आई.पी.एस. श्रुति पांडे और अशोक कुमार, एएसपी. नारकोटिक्स विनोद कुमार, डी.एस.पी नारकोटिक्स विक्रम चौहान, डी.एस.पी साइबर क्राइम नरवीर सिंह राठौर, डीएसपी सीआईडी प्रमोद चौहान और डीएसपी क्राइम मुकेश कुमार मौजूद रहे. बैठक में पड़ोसी राज्य के पुलिस अधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग के ड्रग्स फ्री हिमाचल मोबाइल एप्प की सराहना की.
ये भी पढ़े: हमीरपुर बस स्टैंड पर भगवान भरोसे यात्रियों की सुरक्षा! तीसरी आंख की नजर हुई धुंधली