शिमला: आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना में बेहतर काम करने और मरीजों को निशुल्क इलाज देने में आईजीएमसी अव्वल आया है. योजना के क्रियान्वन में ज्यादा से ज्यादा मरीजों को लाभ देने पर आईजीएमसी को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा.
रिज मैदान पर आयोजित राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस के मौके पर आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. समारोह में गर्वनर बंडारू दत्रातेय, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित मंत्रिमंडल के अन्य मंत्री इस अवसर पर मौजूद रहेंगे.
कोरोना काल में भी चली ओपीडी
आईजीएमसी ने कोरोना काल में भी मरीजों का इलाज किया है. कोरोना काल में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में जहां सिर्फ कोविड ओपीडी चल रही थी. वहीं, आईजीएमसी एक ऐसा अस्पताल था, जोकि कोविड के साथ नॉन कोविड मरीजों को इलाज दे रहा था.
बेहतरीन सेवाओं के लिए आईजीएमसी को सम्मान
कोरोना काल में अस्पताल की सेवाएं बहुत की महत्वपूर्ण साबित हुई. वहीं, कोरोना काल के चलते अब तक अस्पताल में कोविड से मरने वालों की मौत का आंकड़ा भी कम रहा है. अस्पताल में चिकित्सकों की बेहतरीन सेवाओं के लिए भी सरकार आईजीएमसी को सम्मानित कर रही है.
14946 मरीजों योजना के तहत फ्री इलाज
बता दें कि 23 करोड़ 65 लाख खर्च कर प्रदेश में सितम्बर 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू हुई थी. इसके बाद 21 जनवरी 2021 तक आईजीएमसी 14946 मरीजों को योजना के तहत फ्री इलाज दे चुका है.
योजना के शुरूआत में 730 मरीजों का इलाज
वर्ष 2018 में योजना के शुरूआत में 730 मरीजों को इलाज दिया गया, जिसमें 98,88,100 लाख रुपए खर्च किए गए. इसी तरह वर्ष 2019 में 8126 मरीजों का इलाज हुआ और इसमें 11,40,46, 293 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई.
इसके अलावा वर्ष 2020 में 5915 मरीजों का इलाज किया गया. जिसमें 11,06,79,504 करोड़ क राशि खर्च की गई. वहीं, वर्ष 2021 में 21 जनवरी तक 175 मरीजों का इलाज किया गया और 18,99,060 लाख की राशि खर्च किया गया.
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