शिमलाः हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है. एक ओर विपक्ष सदन में सरकार को घेरने में लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर सदन के बाहर अलग-अलग संगठन भी अपनी मांगों को लेकर सरकार को घेर रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम पेंशनर संघ ने विधानसभा के बाहर हल्ला बोला.
निगम के रिटायर्ड कर्मचारी सरकार से बकाया पेंशन देने की मांग कर रहे हैं. इन रिटायर्ड कर्मचारियों को बीते 5 महीने से पेंशन नहीं मिली है. इसके अलावा निगम की ओर से इन रिटायर्ड कर्मचारियों के फंड भी लंबित हैं. ऐसे में अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने आज विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन किया. इससे पहले भी कर्मचारियों ने शिमला के पुराना बस अड्डा पर धरना-प्रदर्शन कर अपनी मांगों को पूरा करने की मांग उठाई थी.
हिमाचल पथ परिवहन रिटायर्ड पेंशनर संघ शिमला इकाई के उप प्रधान जय किशन शर्मा ने कहा कि सरकार से भीख नहीं, बल्कि अपना हक मांग रहे हैं. इन रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए अपने परिवार का गुजर-बसर करना मुश्किल हो गया है. सभी विभागों के रिटायर्ड कर्मचारियों को समय पर पेंशन दी जा रही है, लेकिन निगम के कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है.
जय किशन शर्मा ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर एचआरटीसी के रिटायर्ड कर्मचारियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान बस खरीदने पर है, लेकिन एचआरटीसी के लिए अपना जीवन देने वाले रिटायर्ड कर्मचारियों पर नहीं. पेंशनर संघ ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई, तो आने वाले दिनों में रिटायर्ड कर्मचारियों की ओर से सचिवालय का भी घेराव किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: सरकारी नौकरियों में चहेतों को चोर दरवाजे से एंट्री देने का आरोप, विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट