शिमलाः हिमाचल में कोरोना संक्रमण कम्युनिटी ट्रांसमिशन के मुहाने पर खड़ा है. संक्रमण का कम्युनिटी ट्रांसमिशन अभी शुरुआती अवस्था में है. यह बात प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कही.
उनका कहना है कि बंद कमरों की मीटिंग और अधिक भीड़ वाले स्थान कोरोना संक्रमण के फैलाव के लिए बहुत सहायक हैं. ऐसे में जितना हो सके हमें बंद कमरों की मीटिंग और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए.
वहीं, इस पर सीएम जयराम ठाकुर का कहना है कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन की परिभाषा अलग-अलग है. इसलिए यह कह पाना निश्चित नहीं है कि यहां कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा बना हुआ है या अभी नहीं. इस शब्द की कोई एक परिभाषा नहीं है और हर देश अपनी स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से इसे तय कर रहा है. देश में भी कई राज्य यह मान रहे हैं कि वहां पर कम्युनिटीज स्प्रेड हो चुका है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में अभी परिस्थितियां इतनी खराब नहीं हैं. प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है.
दूसरी ओर, इस मामले में वैश्विक विचारों को माना जाए तो जब बड़े पैमाने पर मामलों में यह पता ना चल सके कि संक्रमण का जरिया क्या है तो इसे कम्युनिटीज स्प्रेड माना जाना चाहिए. साथ ही डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन भी यही कहती है कि अगर बड़े पैमाने पर संक्रमितों की कड़ियां पता ना चल सकें तो इसे कम्युनिटी स्प्रेड ही कहा जाएगा. वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में ऐसे बहुत से मामले सामने आ रहे हैं जिनके संक्रमण का जरिया पता नहीं चल सका है.
मामलों की बढ़ती हुई संख्या इस चीज की पुष्टि करती है कि हिमाचल कम्युनिटी स्प्रेड के मुहाने पर खड़ा हुआ है. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि प्रदेश में कोरोना पिछले महीने की तुलना में बहुत अधिक फैल रहा है. प्रदेश के ग्रामीण इलाकों से भी लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को कोरोना टेस्ट लिया जा रहा हैं.
इसके अलावा देश के हॉट स्पॉट जहां पर कोरोना संक्रमण का अधिक खतरा है, वहां से आने वाले लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया जा रहा है और अन्य स्थानों से आने वाले लोगों को होम फॉर रेंट में रहने के लिए कहा जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव ने माना कि प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार अपनी पहले वाली कारगर नीति पर आगे बढ़ेगी. सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले को और मजबूती से लागू करेंगे. उन्होंने कहा कि मास्क लगाकर और फिजिकल डिस्टेंसिंग अपनाकर ही कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है. साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल की स्थिति पड़ोसी राज्यों की तुलना में बेहतर हैं और कोरोना रोकथाम के लिए सरकार प्रयासरत है.
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