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ताकि कोरोना संकट के बाद देखने को मिले नया हिमाचल! होटलियर्स ने सरकार को दिए सुझाव

हिमाचल में सरकार की ओर से होटलों को खोलने का फैसला फिलहाल के लिए टाल दिया गया है. होटलियर्स के सुझावों पर ही सरकार ने यह फैसला लिया है और होटलियर्स भी इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं.

hoteliers gives important suggestions for to lift tourism affected due to corona
कोविड 19 से प्रभावित हुए पर्यटन को उठाने के लिए एसओपी के लिए होटलियर्स ने दिए अहम सुझाव
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Published : Jun 9, 2020, 6:02 PM IST

शिमलाः हिमाचल में सरकार की ओर से होटलों को खोलने का फैसला फिलहाल के लिए टाल दिया गया है. होटलियर्स के सुझावों पर ही सरकार ने यह फैसला लिया है और होटलियर्स भी इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं. होटलियर्स का कहना है कि अब प्रदेश में टूरिस्ट सीजन वैसे भी खत्म हो चुका है, ऐसे में आगामी समय में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सही तरीके से योजना तैयार करनी होगी.

प्रदेश में टूरिज्म को लेकर जो एसओपी तैयार की जानी है, उसे लेकर भी ऑल हिमाचल एसोसिएशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म फोरम की ओर से सरकार को सुझाव दिए हैं. प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की प्रदेश में प्रवेश करने के साथ ही वापिस जाने तक का चैक रखने का प्रावधान करने के साथ ही होटलों में जहां पर्यटकों को रुकना है वहां के स्टाफ की ट्रेनिंग करवाना बेहद जरूरी है.

वीडियो रिपोर्ट
ऑल हिमाचल एसोसिएशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म फोरम के राज्य संयोजक मोहिंद्र सेठ ने कहा कि अभी कोविड 19 की वजह से जब देश भर में पर्यटन प्रभावित हुआ है, तो प्रदेश सरकार के पास यह अवसर है कि प्रदेश में पर्यटन को विकसित किया जा सके. यहां के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने की योजना तैयार की जानी चाहिए, ताकि जब स्थिति सामान्य हो तो पर्यटकों को एक नया हिमाचल देखने को मिले.

उन्होंने कहा कि सरकार को एसओपी तैयार करने के लिए जो सुझाव दिए गए हैं, उसमें उन्होंने कहा है कि सरकार को हर एक पहलू को ध्यान में रखते हुए एसओपी तैयार करनी चाहिए. हिमाचल में पर्यटकों के आने से लेकर जाने तक तक पूरा ट्रैकिंग सिस्टम बनाया जाए, जिससे कि कोविड 19 से भी बचाव हो सके. इसके साथ ही होटल स्टाफ को 2 महीने की ट्रेनिंग दी जाए, जिससे कि इस वैश्विक महामारी के बीच सावधानी से स्टाफ खुद को सुरक्षित रखते हुए काम कर सके. सरकार को देखना होगा कि इस तरह का प्लान तैयार किया जाए कि पर्यटक कम से कम लोगों के संपर्क में आएं.

उन्होंने कहा कि सरकार होटलियर्स को यह निर्देश दे रही है कि जो पर्यटक प्रदेश में आए की वह होटलों के बाहर नहीं जाएंगे. यह कर पाना संभव नहीं हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्रदेश में जो पर्यटक आ रहे हैं उनकी गाड़ी सेनिटाइज करने के लिए सुविधा यही प्रदेश में ही मुहैया करवाई जाए, जिससे कि लोगों को रोजगार भी मिल सके.

इसके साथ ही गाड़ी की पार्किंग को लेकर भी सही व्यवस्था की जाए. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए बूम बैरियर पार्किंग में लगाये जाए. इस तरह की पूरी प्लानिंग सरकार को करनी चाहिए और जब तक यह तैयारी पूरी नहीं होती तब तक पर्यटकों को प्रदेश में आने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.

भीड़ ना बड़े, बनाया जाए डेस्टिनेशन पर घूमने का पूरा प्लान-

प्रदेश में पर्यटकों के आने पर भीड़ एक जगह पर एकत्र ना हो इसका भी ध्यान रखना आवश्यक है. इसके लिए टूरिस्ट को कौन- कौन से डेस्टिनेशन घुमा सकते हैं, कितने टूरिस्ट का ग्रुप कहां और किस स्थान पर घूमने जाएगा इसका प्लान तैयार करना जरूरी है. होटलियर्स का कहना है कि अभी समर सीजन खत्म हो चुका है और ऐसे में अब विंटर सीजन के लिए पूरी योजना सरकार को तैयार करनी चाहिए और एसओपी में इन सभी सुझावों का शामिल करना चाहिए.

शिमलाः हिमाचल में सरकार की ओर से होटलों को खोलने का फैसला फिलहाल के लिए टाल दिया गया है. होटलियर्स के सुझावों पर ही सरकार ने यह फैसला लिया है और होटलियर्स भी इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं. होटलियर्स का कहना है कि अब प्रदेश में टूरिस्ट सीजन वैसे भी खत्म हो चुका है, ऐसे में आगामी समय में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सही तरीके से योजना तैयार करनी होगी.

प्रदेश में टूरिज्म को लेकर जो एसओपी तैयार की जानी है, उसे लेकर भी ऑल हिमाचल एसोसिएशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म फोरम की ओर से सरकार को सुझाव दिए हैं. प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की प्रदेश में प्रवेश करने के साथ ही वापिस जाने तक का चैक रखने का प्रावधान करने के साथ ही होटलों में जहां पर्यटकों को रुकना है वहां के स्टाफ की ट्रेनिंग करवाना बेहद जरूरी है.

वीडियो रिपोर्ट
ऑल हिमाचल एसोसिएशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म फोरम के राज्य संयोजक मोहिंद्र सेठ ने कहा कि अभी कोविड 19 की वजह से जब देश भर में पर्यटन प्रभावित हुआ है, तो प्रदेश सरकार के पास यह अवसर है कि प्रदेश में पर्यटन को विकसित किया जा सके. यहां के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने की योजना तैयार की जानी चाहिए, ताकि जब स्थिति सामान्य हो तो पर्यटकों को एक नया हिमाचल देखने को मिले.

उन्होंने कहा कि सरकार को एसओपी तैयार करने के लिए जो सुझाव दिए गए हैं, उसमें उन्होंने कहा है कि सरकार को हर एक पहलू को ध्यान में रखते हुए एसओपी तैयार करनी चाहिए. हिमाचल में पर्यटकों के आने से लेकर जाने तक तक पूरा ट्रैकिंग सिस्टम बनाया जाए, जिससे कि कोविड 19 से भी बचाव हो सके. इसके साथ ही होटल स्टाफ को 2 महीने की ट्रेनिंग दी जाए, जिससे कि इस वैश्विक महामारी के बीच सावधानी से स्टाफ खुद को सुरक्षित रखते हुए काम कर सके. सरकार को देखना होगा कि इस तरह का प्लान तैयार किया जाए कि पर्यटक कम से कम लोगों के संपर्क में आएं.

उन्होंने कहा कि सरकार होटलियर्स को यह निर्देश दे रही है कि जो पर्यटक प्रदेश में आए की वह होटलों के बाहर नहीं जाएंगे. यह कर पाना संभव नहीं हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्रदेश में जो पर्यटक आ रहे हैं उनकी गाड़ी सेनिटाइज करने के लिए सुविधा यही प्रदेश में ही मुहैया करवाई जाए, जिससे कि लोगों को रोजगार भी मिल सके.

इसके साथ ही गाड़ी की पार्किंग को लेकर भी सही व्यवस्था की जाए. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए बूम बैरियर पार्किंग में लगाये जाए. इस तरह की पूरी प्लानिंग सरकार को करनी चाहिए और जब तक यह तैयारी पूरी नहीं होती तब तक पर्यटकों को प्रदेश में आने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.

भीड़ ना बड़े, बनाया जाए डेस्टिनेशन पर घूमने का पूरा प्लान-

प्रदेश में पर्यटकों के आने पर भीड़ एक जगह पर एकत्र ना हो इसका भी ध्यान रखना आवश्यक है. इसके लिए टूरिस्ट को कौन- कौन से डेस्टिनेशन घुमा सकते हैं, कितने टूरिस्ट का ग्रुप कहां और किस स्थान पर घूमने जाएगा इसका प्लान तैयार करना जरूरी है. होटलियर्स का कहना है कि अभी समर सीजन खत्म हो चुका है और ऐसे में अब विंटर सीजन के लिए पूरी योजना सरकार को तैयार करनी चाहिए और एसओपी में इन सभी सुझावों का शामिल करना चाहिए.

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