शिमला: हिमाचल में चुनाव का ऐलान होते ही ग्रह चाल पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के आकलन आना शुरू हो गए हैं. हिमाचल सरकार में बड़े अफसर रहे गुरमीत सिंह बेदी ज्योतिष के क्षेत्र में खूब चर्चित हैं. उन्होंने ग्रह चाल के संक्षिप्त विश्लेषण के आधार पर कुछ हैरतअंगेज बातें कही हैं. ईटीवी भारत के पाठकों (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) के लिए ये विश्लेषण प्रस्तुत है.
गुरमीत बेदी के अनुसार ग्रह चाल कई चौंकाने वाले संकेत दे रही है. हिमाचल प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है और 12 नवंबर को मतदान होना है. ग्रहों के गोचर की स्थिति के आधार पर वेदिक एस्ट्रोलॉजर और 'एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान' रिसर्च पुस्तक के लेखक गुरमीत बेदी ने अपने ज्योतिषीय विश्लेषण में कहा है कि ग्रहों की चाल दोनों प्रमुख दलों के कई दिग्गजों के लिए झटका देगी. नवग्रहों में देव गुरु का दर्जा हासिल बृहस्पति की उल्टी चाल कई दिग्गजों के समीकरण बिगाड़ेगी. 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण दोनों दलों में भीतरघात भी करवाएगा और इसके 15 दिन के भीतर लग रहा चंद्र ग्रहण कुछ नेताओं के भविष्य पर ग्रहण लगा देगा.
गुरमीत बेदी ने बताया कि (Astrology on Himachal Elections) 12 नवंबर को मतदान के दिन देव गुरु बृहस्पति वक्री अवस्था में होंगे जबकि सूर्य अपनी नीच तुला राशि में बुध और केतु के साथ विराजमान होंगे ,जहां त्रिग्रही योग बना होगा. मंगल मिथुन राशि में वक्री अवस्था में होंगे और शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में भ्रमण कर रहे होंगे. शनि मकर राशि में और राहु मेष राशि में संचार कर रहे होंगे. चुनावी प्रक्रिया के बीच 25 अक्टूबर को इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लगेगा. और इसके 15 दिन बाद 8 नवंबर को चंद्रग्रहण भी होगा. 15 दिन के भीतर दो ग्रहण लगना शुभ नहीं है. कईयों के मंसूबों पर पानी फिरेगा. जिन नेताओं को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है, उनके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं. जिन नेताओं की जन्म कुंडली में सूर्य नीच का है, उन्हें टिकट मिलने के लाले पड़ सकते हैं. अगर किसी तरह टिकट मिल भी जाये तो जीत नसीब नहीं होगी. जिस तरह जिन नेताओं का जन्म के समय बृहस्पति वक्री है, उन्हें भी दिक्कत का सामना करना होगा.
गुरमीत बेदी का आकलन है कि दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों को भीतरी असंतोष का सामना भी करना पड़ेगा. राजनीतिक तोड़फोड़ होगी. अधिकतर सीटों पर जीत हार का मार्जन बहुत मामूली रहने वाला है. तीसरी शक्ति सात आठ सीटों को छोड़कर बाकी जगह कोई खास प्रभाव नहीं दिखा पाएगी. हंग असेंबली की नौबत नहीं आएगी. कुछ दिग्गज विधानसभा की दहलीज इस बार नहीं लांघ पाएंगे.
बता दें कि हिमाचल सरकार के लोक संपर्क विभाग में डिप्टी डायरेक्टर रहे गुरमीत बेदी ज्योतिष के क्षेत्र में चर्चित नाम हैं. उन्होंने पंजाब कांग्रेस के नेता चरणजीत सिंह चन्नी की पराजय की भविष्यवाणी भी पंजाब में चुनाव पूर्व कर दी थी. गुरमीत बेदी ने एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान शीर्षक से अनुसंधानात्मक पुस्तक भी लिखी है. )
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