शिमलाः प्रदेश में अनुबंध आधार पर चल रहे डॉक्टर्स के वेतन में की गई कटौती पर कांग्रेस ने जयराम सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने सरकार पर डॉक्टर्स के साथ भेदभाव के आरोप लगाए हैं. साथ ही डॉक्टर्स के वेतन में किसी भी प्रकार की कटौती न करने की मांग की.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि एक तरफ डॉक्टर कोरोना से लड़ते हुए लोगों की सेवा में जुटे हैं. वहीं, दूसरी तरफ सरकार इनके वेतन में कटौती कर अन्याय कर रही है. उन्होंने कहा है कि कोरोना योद्धाओं के साथ इस प्रकार का भेदभाव उचित नहीं है. कोरोना काल में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देने वाले डॉक्टर्स के वेतन में किसी भी प्रकार की कटौती करना उनके साथ धोखा होगा.
प्रदेश सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए पीसीसी चीफ ने कहा कि अनुबंध पर लगे डॉक्टर्स की ग्रेड पे पर किसी भी प्रकार की कोई कटौती नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने कहा है कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में डॉक्टर्स की कमी को देखते हुए उनके प्रोत्साहन के लिए ग्रेड-पे देने का फैसला लिया था.
राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और ज्यादा सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि डॉक्टर्स को प्रोत्साहित करने के लिए अनुबंध के दौरान उनके ग्रेड-पे को फिर से बहाल करते हुए किसी भी प्रकार की कोई रिकवरी नहीं की जानी चाहिए.
राठौर ने स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर लगे उन सभी कर्मचारियों को भी स्थाई करने की मांग की है जो अपना अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. उनका कहना है कि विभाग में 1500 के करीब ऐसे स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जो अपना अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके हैं.
इनमे अधिकतर पैरा मेडिकल स्टाफ है. जो लैब टेक्नीशियन से लेकर लैब असिस्टेंट, एक्सरे, डेटा ऑपरेटर कॉन्सलियर, एचआईवी एड्स कंट्रोल सोसायटी, एनआरएचएम व आरएनटीसीपी के तहत लगे सभी कर्मचारी जो इन पदों पर पिछले कई सालों से अपनी नियमित सेवाएं दे रहें है.
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