शिमला: आज बैसाखी है. बैसाखी (baisakhi festival 2022) मुख्य रूप से किसानों का पर्व है. यह पंजाब, हरियाणा और आसपास के प्रदेशों का प्रमुख त्योहार है. देश के अलग-अलग जगहों पर इसे अलग-अलग नामों से मनाया जाता है जैसे कि असम में बिहू (bihu in assam), केरल में पूरम विशु और बंगाल में नबा वर्षा के नाम से लोग इसे मनाते हैं.
बैसाखी पर्व पर हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर (cm jairam thakur on baisakhi festival ) समेत कई दिग्गजों ने प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा, "सुख-समृद्धि के पावन पर्व 'बैसाखी' के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं. यह त्योहार समस्त प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली लेकर आए, यही कामना करता हूं.''
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सुख-समृद्धि के पावन पर्व "बैसाखी" के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
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यह त्यौहार समस्त प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली लेकर आए, यही कामना करता हूँ।#बैसाखी#Baisakhi#शिखरकीओरहिमाचल pic.twitter.com/XRlsendgB0
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— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) April 14, 2022
यह त्यौहार समस्त प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली लेकर आए, यही कामना करता हूँ।#बैसाखी#Baisakhi#शिखरकीओरहिमाचल pic.twitter.com/XRlsendgB0सुख-समृद्धि के पावन पर्व "बैसाखी" के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) April 14, 2022
यह त्यौहार समस्त प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली लेकर आए, यही कामना करता हूँ।#बैसाखी#Baisakhi#शिखरकीओरहिमाचल pic.twitter.com/XRlsendgB0
बता दें कि 13 अप्रैल 1699 को सिखों के दसवें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी (guru gobind singh ji) ने खालसा पंथ की स्थापना (establishment of khalsa panth) की थी. उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में इसी दिन फसल पकने की खुशी में बैसाखी का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. बैसाखी सिखों के नए साल का पहला दिन है. इस दिन लोग एक-दूसरे के घर जाकर बैसाखी की शुभकामनाएं देते हैं और जगह-जगह पर मेले लगते हैं.