शिमला: देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज जयंती है. इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary) को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएम जयराम ने ट्वीट (cm jairam on atal bihari vajpayee ) किया, '' गीत नया गाता हूं, काल के कपाल पे, लिखता मिटाता हूं, गीत नया गाता हूं... पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन. देश के विकास एवं जनकल्याण हेतु उनका योगदान हम सबको सदैव प्रेरित करता रहेगा.''
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गीत नया गाता हूँ
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
काल के कपाल पे
लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
देश के विकास एवं जनकल्याण हेतु उनका योगदान हम सबको सदैव प्रेरित करता रहेगा।#AtalJiAmarRahen pic.twitter.com/nNUfmuK014
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— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 25, 2021
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लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
देश के विकास एवं जनकल्याण हेतु उनका योगदान हम सबको सदैव प्रेरित करता रहेगा।#AtalJiAmarRahen pic.twitter.com/nNUfmuK014गीत नया गाता हूँ
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 25, 2021
काल के कपाल पे
लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
देश के विकास एवं जनकल्याण हेतु उनका योगदान हम सबको सदैव प्रेरित करता रहेगा।#AtalJiAmarRahen pic.twitter.com/nNUfmuK014
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल से विशेष लगाव था. वो हिमाचल को अपना दूसरा घर (atal bihari relation with himachal) कहते थे और कुल्लू के प्रीणी गांव में अटल जी का घर भी है. अटल बिहारी वाजपेयी यूं ही हिमाचल को अपना दूसरा घर नहीं कहते थे. अटल का शिमला से भी पुराना नाता रहा और हिमाचल के कुल्लू से भी. वाजपेयी जी का शिमला से पहला नाता 1967 से जुड़ा था. अटल न केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस के नेताओं में भी समान रूप से लोकप्रिय थे. यही नहीं, हिमाचल के मीडियाकर्मियों से भी उनका लगाव था.
अटल बिहारी वाजपेयी एक कवि भी थे. उनकी कविताओं में हर रस था, जो किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकता था. उनकी कविताएं हास्य से लेकर कटाक्ष और प्रेरणा से भरपूर होती थीं. हिमाचल से उनके लगाव की गवाही उनकी कविताएं भी देती हैं. उनकी कई कविताओं में हिमाचल का जिक्र (vajpayee poems in himachal) होता था खासकर मनाली का.
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