शिमला: चुनावी साल में हिमाचल में सियासी हलचल (Himachal assembly election 2022) बढ़ गई है. आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पूर्व हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू (Former Himachal Congress President Sukhwinder Sukhu) ने हाल ही में भाजपा सरकार पर सवालों की बौछार की तो जयराम सरकार के मंत्रियों ने भी पलटवार किया. राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर (Education Minister Govind Singh Thakur) और वन मंत्री राकेश पठानिया (Forest Minister Rakesh Pathania) ने कहा कि कांग्रेस नेता सुखविंद्र सिंह सुक्खू केवल खबरों में बने रहने के लिए झूठे, भ्रामक और तथ्यहीन बयान दे रहे हैं.
मंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में लोगों का विश्वास खो दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ देश में भी लोगों ने कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया है. हिमाचल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह के निधन के बाद सभी कांग्रेसी नेता उनकी जगह लेने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. गोविंद सिंह ठाकुर और राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्वविहीन और दिशाहीन पार्टी बन चुकी है.
दोनों मंत्रियों ने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता कांग्रेस को जवाब देगी. उन्होंने कांग्रेस नेताओं को याद दिलाया कि भाजपा विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है और कांग्रेस केवल एक परिवार विशेष की पार्टी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता दूसरों पर कीचड़ उछालने की बजाय अपना कुनबा सम्भालें. उल्लेखनीय है कि सुखविंद्र सिंह सुक्खू (Rakesh Pathania on Sukhwinder Sukhu) ने हाल ही में शिमला में बयान दिया था कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रिमोट कंट्रोल से नियंत्रित होने वाले सीएम हैं.
इसी बयान पर भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्रियों ने सुक्खू को घेरा है. गोविंद ठाकुर (govind thakur attacks on sukhvinder singh sukhu) और राकेश पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्हें केंद्रीय नेतृत्व का पूर्ण विश्वास और स्नेह प्राप्त है. पार्टी ने उनकी क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त किया है और उनके नेतृत्व में राज्य प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप भी निराधार और राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं, क्योंकि वर्तमान सरकार के लगभग चार वर्ष और चार महीनों के कार्यकाल के दौरान प्रदेश का समग्र और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हुआ है और सरकार के विरूद्ध भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने नहीं आया है. दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था और तत्कालीन सरकार के खिलाफ लगभग हर दिन भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते रहते थे.
गोविंद सिंह ठाकुर और राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश के कांग्रेस नेता एक दूसरे को पछाड़ते हुए वरिष्ठ नेतृत्व के सामने अपना वर्चस्व साबित करने की होड़ में लगे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के पास नीति, चरित्र और नेतृत्व कर सकने वाले चेहरे की कमी है जबकि भाजपा के पास केंद्र और राज्य में सक्षम और कुशल नेतृत्व है. उन्होंने कांग्रेस नेता को चुनौती देते हुए कहा कि वे उस नेता का नाम बताएं जिनके नेतृत्व में कांग्रेस आने वाले चुनाव लड़ने जा रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति बिना दूल्हे की बारात जैसी है और कांग्रेस पार्टी में राज्य के लगभग हर जिले में अपना एक मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस के नेताओं के झूठे वादों से भलीभांति परिचित है और उनके झूठे प्रचार से किसी भी तरह के बहकावे में आने वाली नहीं है.
मंत्रियों ने सुखविंद्र सिंह सुक्खू को सलाह दी कि वे अपनी पार्टी पर ध्यान दें और भाजपा के बारे में चिन्हिंत होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पार्टी और पार्टी का सक्षम नेतृत्व अपने दम पर किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस नेताओं को आइना दिखाएगी, क्योंकि जनता केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार से मिलने वाले लाभों से भली भांति परिचित है. प्रदेश की जनता चाहती है कि इन डबल इंजन सरकारों के माध्यम से राज्य में विकास निर्बाध रूप से जारी रहे.
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