शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश कर दिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ये पांचवां बजट है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वास्थ्य क्षेत्र में इस बार 2752 करोड़ के बजट (budget announcements for health) का प्रावधान किया है. स्वास्थ्य क्षेत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कई घोषणाएं की हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार के लिए केन्द्र सरकार द्वारा उदार वित्तीय संसाधन उपलब्ध करवाये गए हैं. 2021-22 में भारत सरकार से प्राप्त हुए 419 करोड़ रुपये तथा 2022-23 में विभिन्न केन्द्रीय प्रायोजित कार्यक्रमों के अन्तर्गत उपलब्ध 848 करोड़ रुपये को मिलाकर 2022-23 के अन्त तक भारत सरकार के माध्यम से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लगभग हजार 267 करोड़ रुपये की सहायता 1 उपलब्ध होगी.
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हए कहा कि हिमकेयर कार्ड की नवीनीकरण अवधि (Himcare Card Renewal Period) को एक साल से बढ़ाकर तीन साल कर दिया जाएगा. 'हिमकेयर' में नए परिवारों का पंजीकरण जनवरी से मार्च माह में होता है लेकिन अब इस योजना में नए परिवारों का पंजीकरण पूरा वर्ष होता रहेगा. इसके अतिरिक्त हिमकेयर के अन्तर्गत प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंदियों को भी लाया जाएगा.
मुख्यमंत्री मोबाइल क्लिनिक (M3C)" योजना- इसके अलावा प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं घर-द्वार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मोबाइल क्लिनिक (M3C) योजना की घोषणा की है. इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मोबाइल क्लिनिक चलाया जाएगा. इसमें बेसिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जरूरी उपकरण उपलब्ध होंगे. इसमें एक डॉक्टर द्वारा अपनी टीम के साथ गांवों में जाकर चिकित्सा सुविधा दी जाएगी. इसमें डॉक्टर एक पारिवारिक डॉक्टर की तरह कार्य करेगा.
इसके अलावा हृदय रोगों से पीड़ित रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए IGMC तथा RPMC Tanda में उपलब्ध कैथ लैब की सुविधा के अतिरिक्त आयुर्विज्ञान महाविद्यालय हमीरपुर तथा आयुर्विज्ञान महाविद्यालय हमीरपुर तथा नाहन में भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. इस पर कुल 20 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे.
वहीं, कैंसर के मरीजों की सुविधा के लिए RPMC Tanda में पैट स्कैन एवं ब्रेकी थेरेपी (Brachytherapy) तथा आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, नेरचौक में पैट स्कैन एवं MRI की सुविधा उपलब्ध करवाने की घोषणा की है जिस पर 61 करोड़ रुपये व्यय होंगे. वहीं, आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, नेरचौक में एक व्यापक स्तनपान प्रबन्धन केन्द्र स्थापित किया जाएगा. जहां दानकर्ताओं के दूध का संग्रहण करने एवं परीक्षण, संरक्षण तथा वितरण की व्यवस्था होगी. जिससे उपचाराधीन नवजात शिशुओं को दूध की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. 2022-23 में प्रत्येक स्वास्थ्य खण्ड में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र विकसित किया जाएगा.
इसके अलावा प्रत्येक स्वास्थ्य खण्ड में एक 'मॉडल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र विकसित किया जाएगा जिसमें Indian Public Health Standards (IPHS) के मानकों वाली सुविधायें सुनिश्चित की जाएंगी. इस समय प्रदेश में नेशनल एम्बुलेंस सेवाएं - 108 के अन्तर्गत 198 एम्बुलेंस चलाई जा रही हैं. इनके रिसपांस टाइम को कम करने के उद्देश्य से 50 नई एम्बुलेंसों का क्रय किया जाएगा. जिस पर 15 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे.
पूरा और निःशुल्क इलाज मिले सबको, यह था हमारा सपना
आयुष्मान भारत, हिमकेयर से, बना स्वस्थ हिमाचल अपना.
स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा अधिकारियों के विशेषज्ञ कॉडर की स्थापना की जाएगी. प्रत्येक नये आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों नाहन, चम्बा, नेरचौक तथा हमीरपुर में फैकल्टी और अन्य श्रेणी के समुचित पद भरे जाएंगे.
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