शिमला: हिमाचल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन फिलहाल बंदिशों को और आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि अगर हालात बहुत खराब हुए तभी बंदिशों को आगे बढ़ाया जाएगा. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय कैबिनेट बैठक में ही होगा. उन्होंने कहा कि बंदिशों से अधिक महत्वपूर्ण है कि लोग सावधानी अपनाएं और करोना से बचाव के नियमों का पालन करें.
स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल (Health Minister Rajiv Saizal) ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में लोगों को सावधानियां अपनानी चाहिए, ताकि कोरोना से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि फिलहाल प्रदेश सरकार बंदिशों को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं ले रही. क्योंकि हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य में बंदिशें बढ़ाने से लोगों की आजीविका पर संकट आ जाता है.
हिमाचल पर्यटन राज्य (Himachal Tourism State) है और कई लोगों की रोजी-रोटी इससे जुड़ी हुई है. ऐसे में अगर बंदी से बढ़ाते हैं तो लोगों की आर्थिकी पर बहुत बुरा असर पड़ेगा. हालांकि (corona infection in himachal) उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बंदिशें बढ़ाने पर अंतिम फैसला कैबिनेट में होगा वहां पर कोरोना संक्रमण की स्थिति पर समीक्षा की जाएगी और सही निर्णय लिया जाएगा.
डॉ. राजीव सैजल ने आशंका जताई कि हिमाचल में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी महीने की शुरूआत तक पीक पर पहुंच सकती है ऐसे में प्रदेश सरकार ने इसको देखते हुए तैयारियां कर ली हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण तेजी से फैल रहा है और विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि फरवरी महीने में प्रदेश में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आएंगे. ऐसे में लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.
वहीं, राष्ट्रीय संचारी रोग जांच संस्थान दिल्ली को भेजे गए 43 सेंपलों की रिपोर्ट में से 21 में डेल्टा व 8 में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई है. कुल मिलाकर प्रदेश में अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के 15 रोगी पाए जा चुके हैं. इनमें विदेशों से आए लोगों के साथ साथ कुछ अन्य लोग भी हैं. माना जा रहा है कि कोरोना का ओमीक्रॉन वेरिएंट अब यहां सक्रिय हुआ है. ऐसे में बचाव जरूरी है सभी वेरिएंट के लिए एक प्रकार की एसओपी जारी की गई है और इसका पालन करना जरूरी है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में (corona in himachal) कोरोना से निपटने की पूरी तैयारी है और सभी अस्पतालों को इस बारे में दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. ऑक्सीजन आईसीयू वेंटिलेटर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, लेकिन इस वेरिएंट के प्रभाव में आने वाले बहुत कम लोग ही अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर कोई कोरोना वायरस से प्रभावित होता है और उसी लक्षण सामने आते हैं तो टेस्ट करवाना चाहिए और चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार परहेज करना जरूरी है.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में बीते 8 जनवरी को कोरोना के 2793 एक्टिव केस थे. दस दिनों में इनकी संख्या 14918 हो गई. कोरोना की रफ्तार पांच गुणा तेज है. इसके साथ साथ अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना संक्रमितों की रफ्तार भी इसी तेजी से बढ़ रही है. 8 जनवरी को राज्य के अस्पतालों में 51 कोरोना संक्रमित थे, 19 जनवरी को यह संख्या 249 तक पहुंची. आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
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