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गुरु रविदास विश्व महापीठ के 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी रहे मौजूद 

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शनिवार को हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र में आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर गुरु रविदास मंदिर और धर्मशाला कुरुक्षेत्र में गुरु रविदास विश्व महापीठ द्वारा ( Guru Ravidas Vishwa Mahapeeth) आयोजित 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन व राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित किया.

National Convention of Guru Ravidas Vishwa Mahapeeth
गुरु रविदास विश्व महापीठ के 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ
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Published : Apr 9, 2022, 7:43 PM IST

शिमला: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने संत शिरोमणि गुरु रविदास मंदिर में पूजा अर्चना की तथा विधिवत रुप से आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर 2 दिवसीय 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ किया. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शनिवार को हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र में आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर Guru Ravidas Vishwa Mahapeeth) गुरु रविदास मंदिर और धर्मशाला कुरुक्षेत्र में गुरु रविदास विश्व महापीठ द्वारा आयोजित 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन व राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित भी किया.

राज्यपाल ने कहा कि संत गुरु रविदास, संत कबीर दास, गुरु नानक देव जी के पदचिन्हों पर चलकर महात्मा गांधी ने भी अस्पृश्यता, असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ी. भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर, संत गुरु रविदास और संत कबीर दास के विचारों से बहुत प्रभावित थे. उन्होंने सामाजिक सद्भाव, मानवाधिकार के लिए जो किया वह भारतीय सविंधान में रूप में हम सब के सामने है. डॉ. अम्बेडकर ने संत गुरु रविदास और संत कबीर दास की शिक्षाओं से प्रेरणा ली और गरीबों के उत्थान के लिए संघर्ष किया.

उन्होंने कहा कि (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar ) गुरू रविदास जी महाराज की शिक्षाओं से प्रेरणा पाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समतामूलक व समावेशी शिक्षा नीति लागू करने के साथ-साथ समतामुलक की अनेक योजनाएं शुरू की है. इन योजनाओं से समाज के गरीबों, वंचितों, महिलाओं और पिछड़ों के जीवन में सुधार हुआ है. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि इस कार्यकारिणी की बैठक में हम सभी यह संकल्प करें कि समाज के गरीबों, वंचितों को उनके अधिकार दिलवाने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने में हर सम्भव सहायता व सहयोग करेंगें. उनकी शिक्षाओं पर चलकर काम करने से ही उनका सपना पूरा होगा और सच्चे शब्दों में हम उनके अनुयायी होंगे.

इस अवसर पर, हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास के विचारों, व्यवहार, गुणों व शिक्षाओं से युगों-युगों तक समाज को मार्गदर्शन मिलता रहेगा. इस महान व्यक्तित्व के जीवन दर्शन से सामाजिक समसरता, समानता और बंधुत्व की राह अग्रसर होती है. आज समाज को संत शिरोमणि गुरु रविदास के दिखाए मार्ग पर चलकर धर्मांतरण, धार्मिक भेदभाव, छुआछात जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लेना होगा. वहीं, गुरु रविदास विश्व महापीठ के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ ने अनेकों कीर्तिमान स्थापित किए हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक प्रांत में एक आईटी सेल का गठन किया जाए ताकि इस आईटी सेल के माध्यम से सरकार की तमाम योजनाएं समाज के व्यक्ति तक पहुंच सके.

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ए. नारायण स्वामी ने कहा कि इस अधिवेशन के माध्यम से समाज के लोगों को जागरुक किया जा रहा है. इससे समाज के लोगों को फायदा भी मिल रहा है. उन्होंने समाज को शिक्षित होकर आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज के लोगों को उनकी मंजिल तक लेकर जाएगी. गुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सुरेश राठौर ने कहा कि इस पीठ का उदेश्य संत शिरोमणि गुरु रविदास की वाणी, विचारों और उपदेशों को जन-जन तक पहुंचा कर समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया जा रहा है.

हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल, हिमाचल के सांसद डा. सिकंदर कुमार, राष्ट्रीय महामंत्री सूरजभान कटारिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए. इस दौरान राज्यपाल बंडारु दत्तात्रये, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मथाना के सामाजिक समरसता भवन का उद्घाटन भी किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 5 लाख रुपए की राशि अपने स्वैच्छिक फंड से देने की घोषणा भी की.

ये भी पढे़ं : BJP ने पहले जड़ा चौका, अब गुजरात और हिमाचल फतेह कर लगाएंगे जीत का छक्का: अनुराग ठाकुर

शिमला: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने संत शिरोमणि गुरु रविदास मंदिर में पूजा अर्चना की तथा विधिवत रुप से आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर 2 दिवसीय 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ किया. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शनिवार को हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र में आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर Guru Ravidas Vishwa Mahapeeth) गुरु रविदास मंदिर और धर्मशाला कुरुक्षेत्र में गुरु रविदास विश्व महापीठ द्वारा आयोजित 5वें राष्ट्रीय अधिवेशन व राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित भी किया.

राज्यपाल ने कहा कि संत गुरु रविदास, संत कबीर दास, गुरु नानक देव जी के पदचिन्हों पर चलकर महात्मा गांधी ने भी अस्पृश्यता, असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ी. भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर, संत गुरु रविदास और संत कबीर दास के विचारों से बहुत प्रभावित थे. उन्होंने सामाजिक सद्भाव, मानवाधिकार के लिए जो किया वह भारतीय सविंधान में रूप में हम सब के सामने है. डॉ. अम्बेडकर ने संत गुरु रविदास और संत कबीर दास की शिक्षाओं से प्रेरणा ली और गरीबों के उत्थान के लिए संघर्ष किया.

उन्होंने कहा कि (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar ) गुरू रविदास जी महाराज की शिक्षाओं से प्रेरणा पाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समतामूलक व समावेशी शिक्षा नीति लागू करने के साथ-साथ समतामुलक की अनेक योजनाएं शुरू की है. इन योजनाओं से समाज के गरीबों, वंचितों, महिलाओं और पिछड़ों के जीवन में सुधार हुआ है. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि इस कार्यकारिणी की बैठक में हम सभी यह संकल्प करें कि समाज के गरीबों, वंचितों को उनके अधिकार दिलवाने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने में हर सम्भव सहायता व सहयोग करेंगें. उनकी शिक्षाओं पर चलकर काम करने से ही उनका सपना पूरा होगा और सच्चे शब्दों में हम उनके अनुयायी होंगे.

इस अवसर पर, हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास के विचारों, व्यवहार, गुणों व शिक्षाओं से युगों-युगों तक समाज को मार्गदर्शन मिलता रहेगा. इस महान व्यक्तित्व के जीवन दर्शन से सामाजिक समसरता, समानता और बंधुत्व की राह अग्रसर होती है. आज समाज को संत शिरोमणि गुरु रविदास के दिखाए मार्ग पर चलकर धर्मांतरण, धार्मिक भेदभाव, छुआछात जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लेना होगा. वहीं, गुरु रविदास विश्व महापीठ के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ ने अनेकों कीर्तिमान स्थापित किए हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक प्रांत में एक आईटी सेल का गठन किया जाए ताकि इस आईटी सेल के माध्यम से सरकार की तमाम योजनाएं समाज के व्यक्ति तक पहुंच सके.

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ए. नारायण स्वामी ने कहा कि इस अधिवेशन के माध्यम से समाज के लोगों को जागरुक किया जा रहा है. इससे समाज के लोगों को फायदा भी मिल रहा है. उन्होंने समाज को शिक्षित होकर आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज के लोगों को उनकी मंजिल तक लेकर जाएगी. गुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सुरेश राठौर ने कहा कि इस पीठ का उदेश्य संत शिरोमणि गुरु रविदास की वाणी, विचारों और उपदेशों को जन-जन तक पहुंचा कर समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया जा रहा है.

हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल, हिमाचल के सांसद डा. सिकंदर कुमार, राष्ट्रीय महामंत्री सूरजभान कटारिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए. इस दौरान राज्यपाल बंडारु दत्तात्रये, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मथाना के सामाजिक समरसता भवन का उद्घाटन भी किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 5 लाख रुपए की राशि अपने स्वैच्छिक फंड से देने की घोषणा भी की.

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