किन्नौर: प्रदेश में मौसम लगातार आंख मिचौली खेल रहा है. बर्फबारी का दौर थमने के बाद अब प्रदेश के मध्य पर्वतीय और निचले इलाकों में लगातार बारिश हो रही है. बारिश के अलावा बीच-बीच में धूप खिलने की वजह से अब पहाड़ों पर हिमस्खलन (एवलॉन्च) का खतरा बढ़ गया है.
गुरुवार दोपहर को किन्नौर के मुरंग गांव के पहाड़ों पर हिमस्खलन हुआ, जिससे चिलगोजे के पेड़ों को काफी नुकसान हुआ है. यहां बर्फ का एक बड़ा बवंडर पहाड़ों से नीचे की ओर आया और चिलगोजे के जंगल में सबकुछ तहस-नहस कर गया.
हिमस्खलन इतना भयानक था कि इसकी गर्जना कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. हालांकि जंगल होने की वजह से ये बर्फीला तूफान रिहायशी इलाकों की तरफ नहीं आ पाया.
बता दें कि मुरंग समेत किन्नौर की बड़ी पहाड़ियों में इस साल काफी अधिक बर्फबारी हुई है. ऐसे में बारिश और धूप खिलने से यहां हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है. जानकारी के मुताबिक चिलगोजे के जंगल में हिमस्खलन की वजह से वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है.
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