रामपुर: शिमला जिले में रामपुर नेशनल हाईवे-5 (Rampur National Highway 5) को किस तरह से सुरक्षित किया जाए, इसको लेकर विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. रामपुर के विभिन्न स्थानों पर बरसात व बर्फबारी के दौरान पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो जाता है. जिस कारण जहां यातायात व्यवस्था तो प्रभावित होती ही है, वहीं साथ ही कई लोगों को अपनी बहुमूल्य जान भी गंवानी पड़ती है. इसी के मद्देनजर रामपुर नेशनल हाईवे विभाग (Rampur National Highway Administration) द्वारा इस पर कार्य करना शुरू कर दिया गया है.
जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता रामपुर केएल सुमन ने (executive engineer on rampur NH5) बताया कि रामपुर में नेशनल हाईवे-5 पर उन स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है, जहां पर पत्थर गिरने की संभावना ज्यादा रहती है. इन स्थानों में खोपड़ी, गर्ल्स स्कूल के आसपास के क्षेत्र व अन्य स्थान चिन्हित किए गए हैं. स्थानों का मुआयना करने के लिए पहले विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची थी, जिन्होंने इन स्थानों को चिन्हित किया है. रिपोर्ट आने के बाद हाईवे पर पत्थर न गिरे और इसको सुरक्षित किस प्रकार से किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विभाग जल्द ही इस पर कार्य करेगा.
केएल सुमन ने बताया कि लोगों को नेशनल हाईवे पर किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए नेशनल हाईवे प्रशासन (National Highway Administration Shimla ) द्वारा बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं. इन स्थानों को किस तरह से सुरक्षित किया जाए इसको लेकर विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर विभाग जल्द ही इसकी डीपीआर तैयार करेगा.
ये भी पढ़ें: लाहौल में बर्फबारी के बाद ठंड से बढ़ी लोगों की दिक्कतें, नदी नालों से लेकर पीने का पानी भी जमा