शिमला: प्रदेश में इस बार करीब 900 पंचायतों में चुनाव होने वाले हैं जिसके लिए निर्वाचन आयोग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है. राज्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार महाजन ने कहा कि 28 अक्टूबर तक पंचायतों की वार्ड बंदी और वार्ड गठन पूरा हो जाएगा जिसके बाद इन पंचायतों और वार्ड में मतदाता डाले जाएंगे.
यह कार्य 30 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा जिसके बाद मतदाता सूची का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा और इसकी प्रीव्यू कॉपी 5 नवंबर को पंचायतों की बैठक में रखा जाएगा. इसके बाद ही अंतिम रूप से मतदाता सूची जारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 3 चरणों में पंचायती राज चुनाव की जाएंगे और चौथे चरण में शहरी निकायों के चुनाव किए जाएंगे.
राज्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार महाजन ने कहा कि जहां तक कबायली क्षेत्रों का विषय है तो बर्फबारी से पहले इन क्षेत्रों में चुनाव करवाने की कोशिश रहेगी. उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर प्रिंट होने के बाद जल्द से जल्द कबायली क्षेत्रों तक पहुंचा दिए जाएंगे.
प्रदेश में नवगठित 400 से अधिक पंचायतों में मतदाता सूचियों को बनाने का कार्य 7 नवंबर तक पूरा हो जाएगा. राज्य निर्वाचन आयोग ने नवगठित पंचायतों में वार्ड बंदी के साथ मतदाता सूचियों को अंतिम रूप देने का कार्यक्रम तय कर इसे संबंधित विभागों में भेज दिया है. नवगठित पंचायतों में यह कार्य पूरा होने के बाद निर्वाचन आयोग 9 नवंबर तक प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को लेकर अंतिम मतदाता सूचियों को प्रकाशित करेगा.
प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव दिसंबर जनवरी में होने की उम्मीद है. राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव को 30 जनवरी से पहले करवाने की कोशिश में है. चुनाव से पहले प्रदेश में सरकार ने 400 से अधिक नई पंचायतों का गठन किया है. पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया में कई पंचायतें विभाजित हुई हैं. नवगठित पंचायतों में ना सिर्फ वार्ड बंदी बल्कि घरों की पहचान व मतदाता सूचियों को भी अंतिम रूप दिया जाना है.
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव की तरफ से इसके लिए कार्यक्रम तय कर निदेशक पंचायती राज विभाग व जिला पंचायत अधिकारी को पत्र लिखा गया है. साथ ही कई उपमंडल अधिकारियों को भी पत्र लिखे गए हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार नवगठित पंचायतों में घरों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करने का काम 24 अक्टूबर तक होगा नवगठित पंचायतों में बालों का गठन 28 अक्टूबर तक पूरा किया जाएगा.
पुरानी पंचायतों से नवगठित पंचायतों में बनने वाली मतदाता सूचियों में मतदाताओं के नाम 30 अक्टूबर तक शामिल होंगे. 3 नवंबर तक पंचायतों में मतदाता सूचियों की तैयार कर इन्हें 5 नवंबर तक वर्तमान पंचायतों के समक्ष रखा जाएगा. पंचायतों की बैठक में मतदाता सूचियों पर चर्चा की जाएगी. चर्चा के दौरान अगर मतदाता सूचियों में किसी नाम पर एतराज है तो उसे दूर किया जा सकता है.