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NEP का शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया स्वागत, कहा: 21वीं सदी में आवश्यक था बदलाव

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Published : Jul 30, 2020, 11:22 AM IST

Updated : Jul 30, 2020, 12:02 PM IST

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय रखने के फैसले का स्वागत करके केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरयाल निशंक का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की पढ़ाई के लिए शिक्षा नीति में बदलाव आवश्यक था और प्राथमिक व उच्च स्तरों पर परिवर्तन की मांग हो रही थी.

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शिमला

शिमला: केंद्र सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति को मंजूरी देने के फैसले का शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने स्वागत किया है. उन्होंने शिक्षा नीति में व्यापक बदलाव के लिए स्वीकृति देने पर नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल का आभार व्यक्त किया है, क्योंकि 21वीं सदी की पढ़ाई के लिए शिक्षा नीति में बदलाव आवश्यक था और प्राथमिक व उच्च स्तरों पर परिवर्तन की मांग हो रही थी.

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि डॉ. कस्तूरी नंदन की अध्यक्षता में इस नीति को संस्कार युक्त शिक्षा और रोजगार परख शिक्षा में कारगर साबित होने के उद्देश्य से देश के विद्वानों की समिति गाठित की गई थी. उन्होंने शिक्षा नीति के दस्तावेज व्यापक चर्चा के बाद तैयार किए थे, जिसे सार्वजनिक तौर पर भी काफी सुझाव प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि जनता, शिक्षक, जन प्रतिनिधि और शिक्षाविद् सभी से व्यापक चर्चा करने के बाद ये शिक्षा नीति बनाई गई है.

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शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय रखने के फैसले का स्वागत करके केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि एक छत के नीचे सभी विषयों जैसे चिकित्सा, कृषि, तकनीकी और सामान्य शिक्षा के प्रवाह को एक समान एक दिशा में लाने के लिए प्रारूप में विशेष व्यवस्था की गई है.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम का दायरा बढ़ाया गया है और उच्चतर शिक्षा के लिए एक नियामक ढांचे का प्रावधान भी किया गया है. जिससे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और एक समान नियम सभी शिक्षाओं के लिए बनेंगे. उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर पर विशेष ध्यान दिया गया है. मातृ भाषा में शिक्षा प्राप्त हो इसकी विशेष व्यवस्था की गई है और सारे देश में एक समान पाठ्यक्रम बने इस पर जोर दिया गया है.

बता दें कि मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय का नाम बुधवार को बदलकर शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) कर दिया गया है. केंद्रीय कैबिनेट से नाम के इस बदलाव को मंजूरी मिल गई है. साथ ही नई शिक्षा नीति 2020 को भी कैबिनेट में मंजूरी दी गई है.

ये भी पढ़ें: नाहन में 63 वर्षीय व्यक्ति ने निगला जहरीला पदार्थ, पीजीआई चंडीगढ़ में तोड़ा दम

शिमला: केंद्र सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति को मंजूरी देने के फैसले का शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने स्वागत किया है. उन्होंने शिक्षा नीति में व्यापक बदलाव के लिए स्वीकृति देने पर नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल का आभार व्यक्त किया है, क्योंकि 21वीं सदी की पढ़ाई के लिए शिक्षा नीति में बदलाव आवश्यक था और प्राथमिक व उच्च स्तरों पर परिवर्तन की मांग हो रही थी.

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि डॉ. कस्तूरी नंदन की अध्यक्षता में इस नीति को संस्कार युक्त शिक्षा और रोजगार परख शिक्षा में कारगर साबित होने के उद्देश्य से देश के विद्वानों की समिति गाठित की गई थी. उन्होंने शिक्षा नीति के दस्तावेज व्यापक चर्चा के बाद तैयार किए थे, जिसे सार्वजनिक तौर पर भी काफी सुझाव प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि जनता, शिक्षक, जन प्रतिनिधि और शिक्षाविद् सभी से व्यापक चर्चा करने के बाद ये शिक्षा नीति बनाई गई है.

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शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय रखने के फैसले का स्वागत करके केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि एक छत के नीचे सभी विषयों जैसे चिकित्सा, कृषि, तकनीकी और सामान्य शिक्षा के प्रवाह को एक समान एक दिशा में लाने के लिए प्रारूप में विशेष व्यवस्था की गई है.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम का दायरा बढ़ाया गया है और उच्चतर शिक्षा के लिए एक नियामक ढांचे का प्रावधान भी किया गया है. जिससे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और एक समान नियम सभी शिक्षाओं के लिए बनेंगे. उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर पर विशेष ध्यान दिया गया है. मातृ भाषा में शिक्षा प्राप्त हो इसकी विशेष व्यवस्था की गई है और सारे देश में एक समान पाठ्यक्रम बने इस पर जोर दिया गया है.

बता दें कि मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय का नाम बुधवार को बदलकर शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) कर दिया गया है. केंद्रीय कैबिनेट से नाम के इस बदलाव को मंजूरी मिल गई है. साथ ही नई शिक्षा नीति 2020 को भी कैबिनेट में मंजूरी दी गई है.

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Last Updated : Jul 30, 2020, 12:02 PM IST
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