शिमलाः प्रदेश भर में रविवार को 21वें कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. जिला स्तर पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दे कर उन्हें याद किया गया. राजधानी शिमला में भी बचत भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, जिला उपायुक्त अमित कश्यप सहित अन्य अधिकारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में वीरगति को प्राप्त शहीदों की वीर नारियों को सम्मानित भी किया गया. इसमें शहीद ग्रिनेडियर अनतराम की पत्नी का सम्मान उनके भाई भीमी राम ने, ग्रिनेडियर नरेश कुमार का सम्मान उनकी पत्नी शंकुतला देवी और गनर यशवंत सिंह का सम्मान उनकी बहन मेनका रोल्टा ने प्राप्त किया. इस अवसर पर कारगिल विजय गाथा पर आधारित वृत चित्रों का अवलोकन भी किया गया.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आज के दिन ही कारगिल पर विजय प्राप्त की थी और 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. कोरोना वायरल को देखते हुए इस बार छोटे स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कर शहीदों को याद किया गया.
उन्होंने कहा कि कारगिल में देश के 527 जवान शहीद हुए थे जिसमें 52 जवान हिमाचल के ही शामिल थे. इनमें चार जवान को परमवीर चक्र मिला था और हिमाचल के दो जवानों शहीद विक्रम बत्रा और जवान संजय कुमार को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है जोकि गर्व की बात है.
उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए हिमाचल के युवा हमेशा आगे रहे हैं. युवाओं को सेना में जाने के लिए सरकार ने एकेडमी खोलने का फैसला लिया है. इसके अलावा एनसीसी की तीन कंपनियां खोलने की मंजूरी दी है. इसमें युवाओं को देश की रक्षा के लिए सेना में जाने के लिए तैयार किया जाएगा.
बता दें कि 25 मई, 1999 को हुए कारगिल युद्ध में हिमाचल के 52 जवान शहीद हुए थे. दो महीने से भी अधिक समय तक चले कारगिल युद्ध में भारतीय सेना को मिली जीत की याद में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है.
ये भी पढ़ें- शिमला में कोरोना के 5 नए मामले आए सामने, एक्टिव केसों की संख्या हुई 72
ये भी पढ़ें- 29 जुलाई को प्रदेश बीजेपी की कमान संभालेंगे सुरेश कश्यप, होटल पीटरहॉफ में आयोजित होगा कार्यक्रम