शिमला: राजधानी शिमला में पानी की सप्लाई न मिलने और शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर जनवादी नौजवान सभा और छात्र संगठन एसएफआई ने नगर निगम की महापौर का घेराव करने पहुंची. कार्यकर्ताओं ने महापौर कार्यालय में जमकर नारेबाजी की.
जनवादी नौजवान सभा ने शहर में उचित सफाई व्यवस्था करने और पानी की हर रोज सप्लाई करने की मांग भी की. उन्होंने मांगे पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतवानी भी दी. जनवादी नौजवान सभा का आरोप है कि दुनिया भर में कोरोना से मौतें हो रही हैं लेकिन शिमला नगर निगम बेपरवाह हो कर बैठा है. शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं लेकिन नगर निगम के कर्मी कई दिनों से कूड़ा नहीं उठा रहे हैं.
जनवादी नौजवान सभा के शिमला के सचिव अमित कुमार ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चर्मा गई है. शहर के कई वार्डों में कूड़े के ढेर लगे हुए है लेकिन नगर निगम इसको लेकर गंभीर नहीं है. इसके अलावा शहर में बंदरों और आवारा पशुओं का आतंक है. इसको लेकर नगर निगम की महापौर को ज्ञापन सौंपा गया और जल्द से जल्द शहर में सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग की गई है.
अमित कुमार ने कहा कि अभी गर्मियां शुरू भी नहीं हुई है और अभी से पानी की किल्लत से लोगों को झूझना पड़ रहा है. शहर में तीन दिन बाद पानी मिल रहा है. जनवादी नोजवान सभा ने जल्द से जल्द व्यवस्था सुधारने की चेतावनी देते हुए कहा कि शहर में निगम सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं करता है तो शहरवासियों के साथ मिल कर उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा.
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