ETV Bharat / city

शिमला में फिर फेल हुए पानी के सैंपल, जलजनित रोगों का बढ़ा खतरा

आईजीएमसी ने पेयजल टैंकों से पानी के सैंपल भरे थे जिनकी रिपोर्ट में सभी जगह के सैंपल फेल पाए गए हैं. शहर में पानी के सैंपल फेल होने से जलजनित रोगों का खतरा बढ़ गया है.

author img

By

Published : Jul 26, 2019, 11:21 PM IST

water sample fail


शिमला: शहर में पानी के सैंपल फेल होने से जलजनित रोगों का खतरा बढ़ गया है. शिमला में फिर से पीलिया पांव पसार सकता है. बता दें कि आईजीएमसी द्वारा शहर के कई क्षेत्रों से पानी के सैंपल लिए थे जिसमें से अधिकतर सैंपल फेल पाए गए हैं.

बता दें कि आईजीएमसी ने 21 और 22 जुलाई को पेयजल टैंकों से पानी के सैंपल भरे थे जिनकी रिपोर्ट गुरुवार को आई और सभी जगह के सैंपल फेल हुए हैं. जल निगम शहरवासियों को पूरा पानी देने के लिए लगातार गंदे पानी की सप्लाई कर रहा है.

वीडियो

रिज मैदान स्थित भंडारण टैंक, संजौली जल भंडारण टैंक, नार्थ ओक, मैफिल्ड, ढली, कनलोग, चक्कर, जाखू, विकासनगर व कसुम्पटी रिजरवायर का पानी भी पीने योग्य नहीं पाया गया है.

हालात ये हो गए हैं कि लोगों को पीने के लिए मिनरल वाटर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. हालांकि जल प्रबंधन निगम इस तरह के सैंपल फेल होने की बात से इनकार कर रहा है और सिर्फ छोटा शिमला में ही पानी के सैंपल फेल बता रहा है.

जल प्रबंधन निगम अधिकारी ने कहा कि शहर में सभी टैंकों से समय-समय पर निगम पानी के सैंपल लेता है और इसमे से कुछ जगह के ही सैंपल फेल हुए हैं, लेकिन यहां का पानी पीने योग्य है.

उन्होंने कहा कि बरसात के कारण स्त्रोतों से पानी मटमैला आ रहा है, लेकिन इससे कोई खतरा नहीं है. उन्होंने लोगों से पानी उबाल कर पीने की अपील की है.


शिमला: शहर में पानी के सैंपल फेल होने से जलजनित रोगों का खतरा बढ़ गया है. शिमला में फिर से पीलिया पांव पसार सकता है. बता दें कि आईजीएमसी द्वारा शहर के कई क्षेत्रों से पानी के सैंपल लिए थे जिसमें से अधिकतर सैंपल फेल पाए गए हैं.

बता दें कि आईजीएमसी ने 21 और 22 जुलाई को पेयजल टैंकों से पानी के सैंपल भरे थे जिनकी रिपोर्ट गुरुवार को आई और सभी जगह के सैंपल फेल हुए हैं. जल निगम शहरवासियों को पूरा पानी देने के लिए लगातार गंदे पानी की सप्लाई कर रहा है.

वीडियो

रिज मैदान स्थित भंडारण टैंक, संजौली जल भंडारण टैंक, नार्थ ओक, मैफिल्ड, ढली, कनलोग, चक्कर, जाखू, विकासनगर व कसुम्पटी रिजरवायर का पानी भी पीने योग्य नहीं पाया गया है.

हालात ये हो गए हैं कि लोगों को पीने के लिए मिनरल वाटर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. हालांकि जल प्रबंधन निगम इस तरह के सैंपल फेल होने की बात से इनकार कर रहा है और सिर्फ छोटा शिमला में ही पानी के सैंपल फेल बता रहा है.

जल प्रबंधन निगम अधिकारी ने कहा कि शहर में सभी टैंकों से समय-समय पर निगम पानी के सैंपल लेता है और इसमे से कुछ जगह के ही सैंपल फेल हुए हैं, लेकिन यहां का पानी पीने योग्य है.

उन्होंने कहा कि बरसात के कारण स्त्रोतों से पानी मटमैला आ रहा है, लेकिन इससे कोई खतरा नहीं है. उन्होंने लोगों से पानी उबाल कर पीने की अपील की है.

Intro:

शिमला में फिर से पीलिया पाव पसार सकता हैं। शहर में पानी के सेम्पल फेल होने से जलजनित रोगों का खतरा बढ़ गया है। शहर के कई पानी के टैंकों के सेम्पल फेल हो गए है।आईजीएसमी द्वारा शहर के कई क्षेत्रों से पानी के सेम्पल लिए थे जिसमें से अधिकतर के सेंपल फेल पाए गए है। पानी के ज्यादातर सैंपल नगर निगम के उन पेयजल टैंकों से लिए गए थे, जिनसे हजारों लोगों को पानी सप्लाई किया जा रहा है। बताया जा रहा है इन क्षेत्रो में पानी पीने योग्य नहीं पाया गया है। रिज मैदान स्थित भंडारण टैंक, संजौली जल भंडारण टैंक, नार्थ ओक, मैफिल्ड, ढली, कनलोग, चक्कर, जाखू, विकासनगर व कसुम्पटी रिजरवायर का पानी भी पीने योग्य नहीं पाया गया है। Body:शहर के कई पेयजल टैंकों के पानी के सैंपल फेल हुए हैं। आइजीएमसी ने 21 और 22 जुलाई को पेयजल टैंकों से पानी के सैंपल भरे थे। इसकी रिपोर्ट वीरवार को आई और सभी जगह के सैंपल फेल हुए हैं। इन स्रोतों का पानी पीने योग्य नहीं है। लेकिन जल निगम शहरवासियों को पूरा पानी देने के चक्कर में लगातार गंदे पानी की सप्लाई कर रहा है। इस कारण लोगों को पीने के लिए मिनरल वाटर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। हालांकि जल प्रबंधन निगम इस तरह के सेम्पल फेल होने की बात से इनकार कर रहा है और सिर्फ छोटा शिमला में ही पानी के सेम्पल फेल बता रहा है। जल प्रबधन निगम के गिल का कहना है कि शहर में सभी टैंकों से समय समय पर निगम पानी के सैम्पल लेता है और इसमे से कुछ जगह के ही सेम्पल फेल हुए है लेकिन यहां का पानी पीने योग्य है। निगम समय समय पर क्लोरीन डाल कर पानी को साफ करता है उन्होंने कहा कि स्त्रोतों में गाद आने से पानी मे मटमैला आ रहा है लेकिन इससे कोई खतरा नहीं है। उन्होंने लोगो से पानी उबाल लर पीने की अपील की ।

Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.