शिमला: शहर में पानी के सैंपल फेल होने से जलजनित रोगों का खतरा बढ़ गया है. शिमला में फिर से पीलिया पांव पसार सकता है. बता दें कि आईजीएमसी द्वारा शहर के कई क्षेत्रों से पानी के सैंपल लिए थे जिसमें से अधिकतर सैंपल फेल पाए गए हैं.
बता दें कि आईजीएमसी ने 21 और 22 जुलाई को पेयजल टैंकों से पानी के सैंपल भरे थे जिनकी रिपोर्ट गुरुवार को आई और सभी जगह के सैंपल फेल हुए हैं. जल निगम शहरवासियों को पूरा पानी देने के लिए लगातार गंदे पानी की सप्लाई कर रहा है.
रिज मैदान स्थित भंडारण टैंक, संजौली जल भंडारण टैंक, नार्थ ओक, मैफिल्ड, ढली, कनलोग, चक्कर, जाखू, विकासनगर व कसुम्पटी रिजरवायर का पानी भी पीने योग्य नहीं पाया गया है.
हालात ये हो गए हैं कि लोगों को पीने के लिए मिनरल वाटर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. हालांकि जल प्रबंधन निगम इस तरह के सैंपल फेल होने की बात से इनकार कर रहा है और सिर्फ छोटा शिमला में ही पानी के सैंपल फेल बता रहा है.
जल प्रबंधन निगम अधिकारी ने कहा कि शहर में सभी टैंकों से समय-समय पर निगम पानी के सैंपल लेता है और इसमे से कुछ जगह के ही सैंपल फेल हुए हैं, लेकिन यहां का पानी पीने योग्य है.
उन्होंने कहा कि बरसात के कारण स्त्रोतों से पानी मटमैला आ रहा है, लेकिन इससे कोई खतरा नहीं है. उन्होंने लोगों से पानी उबाल कर पीने की अपील की है.