शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति अच्छी नहीं है. हिमाचल में 2 मरीज उपचाराधीन है जबकि मंगलवार को एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई है. इस मरीज के साथ अन्य तीन लोगों को भी होम क्वारंटाइन किया गया है.
यह बात हिमाचल डीजीपी सीताराम मरडी ने कही है. उनका कहना था कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति अच्छी नहीं है. वहीं, देशभर में कोरोना वायरस की स्थिति चिंताजनक है. देश में कोरोना के अब तक 49500 मामले पॉजीटिव आए हैं जबकि 1700 के लगभग लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में हमें सावधानी बरतने की जरूरत है.
डीजीपी सीताराम मरडी ने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक भी व्यक्ति से पूरा समाज प्रभावित हो जाएगा. उनका कहना था कि लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पूरी तरह से पालन करना होगा नहीं तो इसकी वजह से पूरे समाज पर असर पड़ेगा. डीजीपी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति गलत करेगा तो इससे बाकी लोग भी प्रभावित हो सकते है.
डीजीपी ने कहा कि कांगड़ा के ज्वाली में बाहर से आए लोगों को क्वारंटाइन करने के लिए आशा वर्कर व स्वास्थ्य विभाग की टीम गई तो उनके साथ बदतमीजी की गई. ऊना में 10 दुकानों को सील किया गया. उन दुकानों में न तो लोग मास्क पहन रहे थे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे. वहीं, कुल्लू में आए दो लोगों को इंस्टीटयूशनल क्वारंटाइन में रखा गया है.
यूपी के दोनों व्यक्ति वहां से भाग गए और गांव में उन्होंने प्रधान को कहा कि उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने को कहा गया है. दोनों व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. डीडीपी का कहना था कि धर्मपुर में एक 76 साल की महिला के बेटा ओर बहू जब बाहर से आए तो महिला खुद बाहर दूसरे घर मे चली गई और उनके परिवार वालों होम क्वारंटाइन में रहें.
डीजीपी का कहना था कि कुछ लोग लॉकडाउन के नियम का पालन नहीं कर रहे है जिसका नुकसान समाज को हो सकता है. डीजीपी का कहना था कि वर्तमान में साइबर ठग भी सक्रिय है जो कोविड-19 के नाम पर ठगी कर रहे हैं. डीजीपी ने ऐसे ठगो से सावधान रहने की अपील की है.
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