शिमला: ईटीवी भारत से बातचीत में हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न स्तरों पर काम किया जा रहा है. पुलिस का लक्ष्य हिमाचल में हर दिन हो रहे एक्सीडेंट की संख्या को 14 से 10 तक लाना है. वहीं, हिमाचल की सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक के बोझ को लेकर इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मॉनिटरिंग सिस्टम (Intelligent Transport Monitoring System) लागू किया गया है. इससे यातायात को सुचारू रखने और ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने में सहयोग मिल रहा है.
खासकर हिमाचल के पर्यटन स्थलों में इस सिस्टम से मदद मिली है. पुलिस ई-चालान सेवा भी शुरू कर रही है. इसके अलावा नशे की चुनौती से निपटने के लिए पुलिस सक्रिय है. हाल ही के समय में नशा तस्करों पर भी कड़ी कारवाई की गई हैं. आरोपियों की करीब 13 करोड़ की संपत्ति जब्त गई है. उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता के कारण पहले के मुकाबले अधिक मात्रा में नशीले पदार्थ पकड़े जा रहे हैं.
उन्होंने कहां की पुलिस ऑर्केस्ट्रा बैंड 1996 से चल रहा था लेकिन अब इसे आधुनिक संगीत उपकरणों से सुसज्जित किया गया है. निकट भविष्य में यहां बैंड आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होगा. उन्होंने कहा कि एक रियलिटी शो में भाग लेने के बाद से इसकी लोकप्रियता देशभर में बढ़ी है. इस बैंड ने कोविड-19 में जागरूकता अभियान में अहम भूमिका निभाई थी. निकट भविष्य में भी इसे सामाजिक सरोकारों से जोड़ा जाएगा.
वहीं, हिमाचल को दहला देने वाले ऊना के प्राची राणा मर्डर केस में पुलिस ने (prachi rana murder case) अपनी जांच पूरी कर ली है. इस केस में जल्द ही सक्षम न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की जाएगी. ईटीवी भारत से बातचीत में हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए बोर्ड ऑफ ऑफिसर्स का गठन किया गया था. वैज्ञानिक तरीके से जांच की गई है ताकि पुलिस की चार्जशीट में कोई चूक ना हो बीजेपी ने कहा कि वे खुद भी मौके पर गए थे और जांच टीम को जल्द से जल्द चार्जशीट तैयार करने के निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा कि पुलिस का मकसद आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलाना है.
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