रामपुरः उपमंडल रामपुर के तहत कोटागाड 3.5 जलविद्युत परियोजना का निर्माण किया गया है. इसको लेकर सोमवार को एसडीएम रामपुर से एक प्रतिनिधिमंडल मिला. प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि लंबे समय से परियोजना द्वारा लाडा की राशि जमा नहीं की गई है और न ही स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जा रहा है.
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि संबंधित पंचायत के गांव प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि नियम अनुसार कोटा घाट छोटी जल विद्युत परियोजना प्रबंधन ने बिजली उत्पादन होने से पहले परियोजना की कुल लागत की 1 प्रतीशत राशि की कोई भी किस्त एलएडीएफ के समक्ष जमा नहीं की है.
राशि को प्रभावित गांव दुआ, बाड़ी, जगदार, धार व कुंडा में विकास कार्यों पर खर्च नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि परियोजना प्रबंधन को 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित राशि को जमा करने के निर्देश दिए जाएं और संबंधित पंचायतों के माध्यम से प्रभावित गांव की पारित कर इस राशि को प्रभावित गांव में खर्च किया जाए.
वहीं, एसडीएम रामपुर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे जल्द इस पर कार्रवाई करेंगे. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने इस परियोजना के साथ बैठक की है और लाडा की राशि जल्द से जल्द इंटरेस्ट के साथ जमा करने को कहा है. उन्होंने बताया कि रोजगार के मामले पर इससे संबंधित परियोजना के प्रबंधन से बात कर इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा.
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