शिमला: हिमाचल के एक संसदीय सीट से माकपा चुनाव लड़ेगी. मंडी संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी उतारेगी. वहीं, सूबे की तीन सीट पर पार्टी कांग्रेस के प्रत्याशियों का समर्थन करेगी. इसके लिए माकपा ने गुरुवार को अपना चुनावी घोषणा-पत्र जारी कर दिया है.
शिमला में पार्टी का घोषणा-पत्र जारी करते हुए माकपा सचिव मंडल सदस्य राकेश सिंघा ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. राकेश सिंघा ने कहा कि पिछले पांच साल में केंद्र की भाजपा सरकार में अमीर ज्यादा अमीर होता गया और गरीब की हालत बद से बदतर हुई है. इस सरकार में बेरोजगारी भी बढ़ी है.
उन्होंने कहा कि देश में कृषि संकट 42% बढ़ा है. किसानों के आत्महत्या में भी पांच साल में इजाफा हुआ है. नोटबंदी और जीएसटी ने देश की आर्थिक व्यवस्था का ढांचा ही हिला दिया है. मजदूर, किसान और व्यापारियों की हालत भी खराब हुई है. जाति, धर्म के आधार पर देश मे मॉब लिंचिंग की जा रही है.
राकेश सिंघा ने कहा कि सीबीआई केंद्र सरकार का हथियार बन कर रह गई है. हिमाचल प्रदेश के गुड़िया केस में प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया गया है. देश में मत विभाजन नहीं होना चाहिए. देश को बचाने के लिए भाजपा और इसके सहयोगी दल को सत्ता से बाहर करना होगा. देश में ऐसी सरकार बने जो देश की संवैधानिक, लोकतांत्रिक और धर्म निरपेक्ष प्रणाली को बचा सके.
माकपा ने अपने मेनीफेस्टो में मजदूर का न्यूनतम वेतनमान 18 हजार, पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, एकल नारी को पेंशन देने, भूमिहीन किसानों को 5 बीघा जमीन देने और जंगली जानवरों की समस्या को हल करने की बात कही है. इस दौरान माकपा के सचिव मंडल सदस्य संजय चौहान और कुलदीप सिंह तंवर भी मौजूद रहे.