शिमलाः आईजीएमसी में कोरोना मरीजों को कोविड वार्ड में शिफ्ट करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. इसके तहत अस्पताल के मेन गेट पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. जहां अस्पताल में दाखिल होने के लिए पहुंचे मरीजों को बेड की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके बाद उन्हें अंदर भेजा जाएगा.
वहीं, मौजूदा समय में अस्पताल में 300 से अधिक कोरोना मरीज दाखिल हैं. वहीं, रोजाना 8 से 10 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर वापस लौटते हैं. ऐसे में किन कमरों में बेड खाली हैं, उसकी जानकारी ना होने के कारण कई बार मरीज को वार्ड के बाहर इंतजार करवाया जाता है. जिससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
कंट्रोल रूम से कोरोना मरीज ले सकेंगे जानकारी
वहीं, कंट्रोल रूम में आइसोलेशन वार्ड के किन कमरों में बेड खाली है, इसकी पूरी जानकारी रहेगी और गेट से ही मरीजों को सीधा उसी वार्ड की ओर भेजा जाएगा. साथ ही मरीज संबंधी जानकारी भी रजिस्टर पर लिखी जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि दिन में कितने मरीज अस्पताल के विभिन्न वार्डों में दाखिल हो रहे हैं.
आईजीएमसी में कंट्रोल रूम की सुविधा शुरू
इसके अलावा कंट्रोल रूम का चलाने का जिम्मा लोक कल्याण समिति को दिया गया है. कंट्रोल रूम संचालक मरीज को विशेष एंबुलेंस के माध्यम से संबंधित वार्ड तक पहुंच जाएंगे. अस्पताल प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम की सुविधा शनिवार से शुरू की गई है.
लोक कल्याण समिति को मिली दो एम्बुलेंस
कोरोना के शुरुआती दिनों से अस्पताल की लोक कल्याण समिति ने मरीजों को गेट से आइसोलेशन तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. समिति के पास दो खस्ताहाल एंबुलेंस थी, जिसके जरिए मरीजों को वार्ड तक भेजा जाता था. तीमारदारों की मांग के बाद इन एंबुलेंस को रिपेयर के लिए भेज दिया गया है और इसकी जगह प्रशासन की ओर से दो नई एंबुलेंस की सुविधा दी गई है.
वहीं, अस्पताल प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए गेट से आइसोलेशन तक मरीजों के लिए एंबुलेंस सुविधा शुरू की थी, ताकि रास्ते में आवाजाही कर रहे मरीजों व तीमारदारों में संक्रमण फैलने का डर ना रहे.
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