शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) के लिए टिकट आवंटन को लेकर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक अब दोबारा होने जा रही है. टिकट पर चर्चा को लेकर दूसरी बैठक 2 अक्टूबर को दिल्ली में प्रस्तावित है. इसी बैठक में 33 सीटों के लिए मिले आवेदनों पर चर्चा कर दावेदारों के नामों को शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा.
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति 35 सीटों के प्रत्याशियों पर लगभग मोहर लगा चुकी है और अब सूची जारी होना बाकी है. ऐसे में अब शेष सीटों के लिए एक बार फिर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में सभी दावेदारों के नामों पर चर्चा कर 1 से 2 चेहरों का नाम पैनल में भेजा जाएगा. देखा जाए तो जिस तरह से 3 पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा, कुलदीप कुमार और ठाकुर सिंह भरमौरी के टिकट में केंद्रीय चुनाव समिति ने पेंच फंसाया है. उससे कुछ अन्य दावेदारों को भी अपने समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं.
सूत्रों की मानें तो प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस हाईकमान का रुख साफ है. मुख्य रूप से ऐसे नेता जो लगातार चुनाव हारते आ रहे हैं, उन्हें टिकट (Ticket distribution in Congress) नहीं दिए जाएंगे. इसी तरह पूर्व में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ आजाद उम्मीदवार के तौर पर जिन्होंने ताल ठोकी थी, उनके लिए भी टिकट की राह आसान नजर नहीं आ रही है.
बता दें कि ऐसे कई नेता हैं, जिन्होंने 2017 में पार्टी से बगावत कर आजाद चुनाव लड़ा था. जिसमें नालागढ़ से हरदीप बावा और शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र (Shimla Urban Assembly Constituency) से हरीश जनारथा का नाम शामिल है. इनके नाम पैनल में शामिल हैं. बीते दिनों सोनिया गांधी के साथ हुई बैठक में इस पर चर्चा भी हुई थी. वहीं, धर्मशाला से सुधीर शर्मा के टिकट पर भी संकट है. उन्होंने उपचुनाव लड़ने से इनकार किया था, ऐसे में उनके विरोध में ही कांगड़ा के बड़े नेता खड़े हो गए हैं.
BJP-AAP के संपर्क में रहे नेताओं की सूची तैयार करने में जुटी कांग्रेस: हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन के भाजपा में शामिल (harsh mahajan joins bjp ) होने के बाद कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जुट गई है और कांग्रेस हाईकमान ने उन चेहरों की भी सूची तैयार कर रखी है, जो भाजपा और आप के संपर्क में रहे हैं या अभी भी हैं. ऐसे में टिकट के दावेदारों में शामिल संबंधित चेहरों के टिकट पर भी संशय बना हुआ है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान का रुख साफ है कि जो नेता पार्टी के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है और जनता में अच्छी पकड़ है, उसे ही प्रत्याशी बनाया जाएगा.
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