शिमला: हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला विधानसभा के परिसर में खालिस्तानी झंडे पोस्टर लगाने पर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस ने रविवार को शिमला के डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन (Congress protest in Shimla against Khalistan) किया. जिसमें कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य सिंह सहित कई नेता मौजूद रहे. इस दौरान कांग्रेस ने खालिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रोष जताते हुए खालिस्तान का झंडा जलाया. साथ ही इस मामले की एनआईए से जांच की मांग उठाई है.
विधानसभा परिसर में खालिस्तानी झंडे लगाना दुर्भाग्यपूर्ण- कांग्रेस ने इस घटना को बड़ी चूक करार दिया.साथ ही लोगों का महंगाई, पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम देने की आशंका भी जताई है. कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि (Congress protest in Shimla against Khalistan) विधानसभा परिसर में खालिस्तानी झंडे लगाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांति प्रिय प्रदेश है यहां देव संस्कृति को मानने वाले लोग हैं. सब धर्म के लोगों का मान-सम्मान जनता करती है, लेकिन पिछले 2 साल से जिस तरह से शांति प्रिय प्रदेश में अराजकता फैलाने की कोशिश कुछ लोग कर रहे हैं दुर्भाग्यपूर्ण है.
ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला, CBI या NIA से हो जांच- हिमाचल के अंदर माहौल को खराब करवाने की कोशिश की जा रही है, सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. हिमाचल प्रदेश पुलिस जांच के लिए योग्य नहीं है इस मामले (Vikramaditya Singh statement against Khalistan) की जांच सीबीआई या एनआईए से करनी चाहिए और जो भी लोग इसमें लिप्त है वो चाहे प्रदेश के हैं या बाहर के लोग हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए और उनको गिरफ्तार करना चाहिए. ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है जिसमें सरकार कुछ नहीं कर रही है और मूक दर्शक बनकर रह गई है.
सत्ताधारी लोग ही जनता का भटका रहे ध्यान- विधायक विक्रमादित्य सिंह ने आशंका जताई कि हो सकता है कि कुछ सत्ताधारी लोगों द्वारा ही जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की हरकत की गई हो. प्रदेश में जिस तरह से पुलिस भर्ती रद्द की गई, महंगाई आसमान छू रही है, ऐसे में लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भी इस तरह की हरकत की जा सकती है. ऐसे में इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई लोगों के सामने आए और जो भी लोग मामले में संंलिप्त हैं उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए. विक्रमादित्य सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ प्रदेश में पुलिस की भर्ती रद्द होती है और दूसरी तरफ शाम को भाजपा के एक मंत्री और डीजीपी थिएटर में नाटियां डाल रहे हैं. जिससे जाहिर होता है कि यह सरकार और सरकार के अफसर कितने गंभीर हैं.
क्या है पूरा मामला: धर्मशाला के तपोवन स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर खालिस्तानी झंडे लगाए गए. विधानसभा की दीवारों पर भी (Khalistan flag case) खालिस्तान लिखा गया है. ये झंडे किसने यहां पर लगाए हैं, फिलहाल ये पता नहीं चल पाया है. खालिस्तानी झंडा जब्त कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. हालांकि विधानसभा गेट के पास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है. फिर भी पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.
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