शिमला: जयराम सरकार द्वारा प्रदेश में निवेश को लेकर आयोजित होने वाली इन्वेस्टर मीट के खिलाफ कांग्रेस ने सेव हिमाचल अभियान शुरू किया है, लेकिन इस अभियान को जयराम सरकार के मंत्रियों ने कांग्रेस बचाओ अभियान करार दिया है. ये बातें कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कही है.
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज सहित अन्य बीजेपी नेताओं को प्रेम कुमार धूमल सरकार के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व की धूमल सरकार ने 2012 से पहले प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा निजी विश्वविद्यालयों को हिमाचल बुला कर कौड़ियों के भाव में जमीन दी थी. उन्होंने कहा कि उस समय कांग्रेस ने विरोध करते हुए हिमाचल बचाओ मुहिम शुरू की थी और अब जयराम सरकार भी निवेश के बहाने प्रदेश की जमीनों को बाहरी राज्यों के उद्योगपतियों को बेचने जा रही है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कांग्रेस निवेश के खिलाफ नहीं है, लेकिन हिमाचल के हितों के साथ खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि प्रदेश में बड़े उद्योग लगे और यहां के युवाओं को रोजगार मिले, लेकिन बाहरी राज्यों के लोगों के हाथ में जमीन न जाए.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार ने प्रदेश के लोगों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए धारा 118 का कानून बनाया है, लेकिन ये सरकार उसमें ढील देने की फिराक में है. उन्होंने कहा कि सरकार को नहीं भूलना चाहिए कि विधानसभा में 68 विधायकों में से 21 विधायक कांग्रेस के है.