शिमला: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट की आंच (Maharashtra Political Crisis) अब हिमाचल प्रदेश में भी देखने के लिए मिल रही है. महाराष्ट्र में चल रहे महा सियासी ड्रामे के बीच हिमाचल कांग्रेस के नेताओं को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है. हिमाचल कांग्रेस के महासचिव और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह (Shimla Rural MLA Vikramaditya Singh) ने विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में भी हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका जताई है.
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि देश भर में बीजेपी दूसरे दलों की सरकार को तोड़ने का काम (Vikramaditya Singh attacks on bjp) कर रही है. ऐसे में अब हिमाचल कांग्रेस को भी विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) में टिकट सोच-समझकर बांटनी होगी, क्योंकि कांग्रेस को भी यह डर सता रहा है कि बीजेपी उनके विधायकों को लालच देकर अपने पाले में लाने का काम कर सकती है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा ने नया पैंतरा शुरू कर दिया बैक डोर से सरकार बनाने और गिराने का प्रयास कर रही है. महाराष्ट्र में अच्छे से सरकार चल रही थी और उसे गिराने के लिए सीबीआई ईडी नेताओं को डराने के लिए उनके पीछे लगा दी है. शिवसेना के कई विधायकों को प्राइवेट जेट से गुजरात और गुवाहाटी ले जाया गया करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. पांच सितारा होटलों में ठहराया जा रहा है. भाजपा विभिन्न राज्यो की सरकारों को अस्थिर करने और उन्हें गिराने में जुटी है.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हिमाचल के अंदर भी इस तरह के भाजपा प्रयास कर सकती है और कांग्रेस से जीते हुए उम्मीदवारों को विचारधारा बदल कर उन्हें अपने दल में मिलाने का काम कर सकती है. ऐसे में कांग्रेस को भी सोच समझ कर इस बार टिकट बांटने (Vikramaditya on ticket distribution in assembly elections) होंगे. हालांकि हिमाचल में इस तरह के चलन नहीं है, लेकिन अन्य राज्यों में जिस तरह से भाजपा अन्य दलों के विधायकों को अपने साथ मिलाने का काम कर रही है तो वह हिमाचल में भी इस तरह का काम कर सकते हैं.
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