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जुब्बल-कोटखाई में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस, लेकिन इस बार बदला-बदला है माहौल - BJP candidate Neelam Saraik

भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद खाली हुई जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट उपचुनाव में सबसे हॉट सीट मानी जा रही है. जुब्बल कोटखाई सीट के राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों में हर बार कांटे की टक्कर रही है. इस बार भाजपा के दिग्गज और पूर्व मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. 30 अक्टूबर को विधानसभा क्षेत्र के 70 हजार 939 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.

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Published : Oct 29, 2021, 1:07 PM IST

शिमला: हिमाचल में उपचुनावों को लेकर 30 अक्टूबर को मतदान होने वाला है. चुनाव आयोग की तरफ से मतदान को लेकर तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. प्रदेश में जुब्बल-कोटखाई, अर्की और फतेहपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. इसके अलावा मंडी लोकसभा सीट पर भी वोटिंग 30 अक्टूबर को ही होगी. भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद खाली हुई जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट उपचुनाव में सबसे हॉट सीट मानी जा रही है.

जुब्बल कोटखाई सीट के राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों में हर बार कांटे की टक्कर रही है. पिछले लंबे समय से एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस ने अपना वर्चस्व स्थापित किया है, लेकिन इस बार भाजपा के दिग्गज और पूर्व मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय उतरने का फैसला लिया है. इसलिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है.

कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर पुराने उम्मीदवार रोहित ठाकुर ही चुनाव मैदान में हैं. भाजपा ने पूर्व जिला परिषद रहीं नीलम सरैइक को चुनाव मैदान में उतारा है और चेतन बरागटा जो कुछ दिन पहले तक भाजपा प्रदेश आईटी सेल के प्रदेश संयोजक थे वो अब निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया है. बरागटा के निष्कासन के बाद उनके सपोर्ट में आए कार्यकर्ताओं ने विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया. इसके बाद बीजेपी ने भाजपा किसान मोर्चा से चार, अनुसूचित जाति मोर्चा से पांच और जिला महासू से 11 पदाधिकारी बाहर किए गए.

जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं की बात करें तो यहां इस बार 70 हजार 939 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें से 35 हजार 326 पुरुष और 35 हजार 613 महिला मतदाता शामिल हैं. 18-19 वर्ष के 1578 मतदाता यहां वोट करेंगे. इसके अलावा 25 वर्ष से कम उम्र के मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है. इसके लिए निर्वाचन विभाग ने विधानसभा क्षेत्र में 128 मतदान केंद्रों की व्यवस्था कर रखी है, जिनमें से 125 मतदान क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं.

जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र सेब बाहुल है. कांग्रेस ने उपचुनाव में महंगाई, कार्टन के दाम में बढ़ोतरी, सेब के उचित दाम न मिलने और सड़कों की खस्ता हालत, पीने के लिए पानी की कमी जैसे स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है. वहीं, भाजपा प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में किए गए विकास कार्यों को गिना रही है. वहीं, पूरी चुनाव प्रक्रिया को सकुशल संपन्न कराने के लिए और पूरी व्यवस्था को देखने के लिए एक रिटर्निंग ऑफिसर और तीन सहायक रिटर्निंग ऑफिसरों की तैनाती भी की गई है. सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी सुरक्षा की दृष्टि से पूरे विधानसभा क्षेत्र पर नजर रखेगी. इसके अलावा मतदाता केंद्रों पर पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे.

जुब्बल-कोटखाई के राजनीति समीकरणों पर एक नजर...
वर्ष पार्टी चुने गए विधायकवोटों से जीत
2017भाजपानरेंद्र बरागटा1,062
2012कांग्रेसरोहित ठाकुर9,095
2007भाजपानरेंद्र बरागटा2,824
2003कांग्रेसरोहित ठाकुर 6,844
1998कांग्रेसरामलाल ठाकुर18,034

शिमला: हिमाचल में उपचुनावों को लेकर 30 अक्टूबर को मतदान होने वाला है. चुनाव आयोग की तरफ से मतदान को लेकर तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. प्रदेश में जुब्बल-कोटखाई, अर्की और फतेहपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. इसके अलावा मंडी लोकसभा सीट पर भी वोटिंग 30 अक्टूबर को ही होगी. भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद खाली हुई जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट उपचुनाव में सबसे हॉट सीट मानी जा रही है.

जुब्बल कोटखाई सीट के राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों में हर बार कांटे की टक्कर रही है. पिछले लंबे समय से एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस ने अपना वर्चस्व स्थापित किया है, लेकिन इस बार भाजपा के दिग्गज और पूर्व मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय उतरने का फैसला लिया है. इसलिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है.

कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर पुराने उम्मीदवार रोहित ठाकुर ही चुनाव मैदान में हैं. भाजपा ने पूर्व जिला परिषद रहीं नीलम सरैइक को चुनाव मैदान में उतारा है और चेतन बरागटा जो कुछ दिन पहले तक भाजपा प्रदेश आईटी सेल के प्रदेश संयोजक थे वो अब निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया है. बरागटा के निष्कासन के बाद उनके सपोर्ट में आए कार्यकर्ताओं ने विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया. इसके बाद बीजेपी ने भाजपा किसान मोर्चा से चार, अनुसूचित जाति मोर्चा से पांच और जिला महासू से 11 पदाधिकारी बाहर किए गए.

जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं की बात करें तो यहां इस बार 70 हजार 939 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें से 35 हजार 326 पुरुष और 35 हजार 613 महिला मतदाता शामिल हैं. 18-19 वर्ष के 1578 मतदाता यहां वोट करेंगे. इसके अलावा 25 वर्ष से कम उम्र के मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है. इसके लिए निर्वाचन विभाग ने विधानसभा क्षेत्र में 128 मतदान केंद्रों की व्यवस्था कर रखी है, जिनमें से 125 मतदान क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं.

जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र सेब बाहुल है. कांग्रेस ने उपचुनाव में महंगाई, कार्टन के दाम में बढ़ोतरी, सेब के उचित दाम न मिलने और सड़कों की खस्ता हालत, पीने के लिए पानी की कमी जैसे स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है. वहीं, भाजपा प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में किए गए विकास कार्यों को गिना रही है. वहीं, पूरी चुनाव प्रक्रिया को सकुशल संपन्न कराने के लिए और पूरी व्यवस्था को देखने के लिए एक रिटर्निंग ऑफिसर और तीन सहायक रिटर्निंग ऑफिसरों की तैनाती भी की गई है. सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी सुरक्षा की दृष्टि से पूरे विधानसभा क्षेत्र पर नजर रखेगी. इसके अलावा मतदाता केंद्रों पर पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे.

जुब्बल-कोटखाई के राजनीति समीकरणों पर एक नजर...
वर्ष पार्टी चुने गए विधायकवोटों से जीत
2017भाजपानरेंद्र बरागटा1,062
2012कांग्रेसरोहित ठाकुर9,095
2007भाजपानरेंद्र बरागटा2,824
2003कांग्रेसरोहित ठाकुर 6,844
1998कांग्रेसरामलाल ठाकुर18,034
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