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कॉलेजों में टीचिंग-डे पूरे न होने पर की जाएगी कार्रवाई, एकेडमिक कैलेंडर जमा करवाने के निर्देश - कॉलेज का सत्र 2019-20 का एकेडमिक कैलेंडर

प्रदेश में 43 डिग्री कॉलेज, 7 संस्कृत कॉलेज और 5 जीआईए कॉलेज जिनके टीचिंग-डे के मुताबिक पढ़ाई कॉलेजों में नहीं करवाई है. इन कॉलेजों को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जल्द से जल्द शिक्षा निदेशालय में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

Colleges to submit teaching day calender
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Published : Nov 22, 2019, 1:47 PM IST

शिमला: प्रदेश के कॉलेज नियमों के मुताबिक 180 दिन के टीचिंग-डे को पूरा नहीं कर रहे हैं. शिक्षण संस्थानों की ओर से अभी तक शिक्षा विभाग को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर ही जारी नहीं किया गया है.

शिक्षा विभाग ने लापरवाही बरतने वाले कॉलेजों पर सख्ती दिखाई है और जल्द से जल्द अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जमा करने के निर्देश जारी किए हैं. यूजीसी गाइडलाइंस के तहत प्रदेश के कई कॉलेजों ने तय समय सीमा से कम कक्षाएं अपने कॉलेजों में लगाई है.

प्रदेश में 43 डिग्री कॉलेज, 7 संस्कृत कॉलेज और 5 जीआईए कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने टीचिंग-डे के मुताबिक पढ़ाई कॉलेजों में नहीं करवाई है. इन कॉलेजों को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जल्द से जल्द शिक्षा निदेशालय में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

उच्च शिक्षा निदेशक ने इन कॉलेजों के प्रधानाचार्य को कॉलेज का सत्र 2019-20 का एकेडमिक कैलेंडर 3 दिनों में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

बता दें कि यूजीसी की गाइडलाइंस के तहत कॉलेजों में वार्षिक शैक्षणिक सत्र में 180 दिन के टीचिंग दिन होना अनिवार्य है. इसके साथ ही सेमेस्टर प्रणाली के तहत 90 टीचिंग दिन शिक्षकों के लिए आवश्यक किए गए हैं.

प्रदेश के डिग्री कॉलेज संस्कृत कॉलेज और अन्य मान्यता प्राप्त कॉलेज इस नियम को दरकिनार कर रहे हैं और टीचिंग-डे को पूरा नहीं किया जा रहा है.

शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार 180 टीचिंग दिन और सेमेस्टर में 90 टीचिंग डे को पूरा किया जाए. ऐसा न होने पर कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

शिमला: प्रदेश के कॉलेज नियमों के मुताबिक 180 दिन के टीचिंग-डे को पूरा नहीं कर रहे हैं. शिक्षण संस्थानों की ओर से अभी तक शिक्षा विभाग को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर ही जारी नहीं किया गया है.

शिक्षा विभाग ने लापरवाही बरतने वाले कॉलेजों पर सख्ती दिखाई है और जल्द से जल्द अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जमा करने के निर्देश जारी किए हैं. यूजीसी गाइडलाइंस के तहत प्रदेश के कई कॉलेजों ने तय समय सीमा से कम कक्षाएं अपने कॉलेजों में लगाई है.

प्रदेश में 43 डिग्री कॉलेज, 7 संस्कृत कॉलेज और 5 जीआईए कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने टीचिंग-डे के मुताबिक पढ़ाई कॉलेजों में नहीं करवाई है. इन कॉलेजों को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जल्द से जल्द शिक्षा निदेशालय में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

उच्च शिक्षा निदेशक ने इन कॉलेजों के प्रधानाचार्य को कॉलेज का सत्र 2019-20 का एकेडमिक कैलेंडर 3 दिनों में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

बता दें कि यूजीसी की गाइडलाइंस के तहत कॉलेजों में वार्षिक शैक्षणिक सत्र में 180 दिन के टीचिंग दिन होना अनिवार्य है. इसके साथ ही सेमेस्टर प्रणाली के तहत 90 टीचिंग दिन शिक्षकों के लिए आवश्यक किए गए हैं.

प्रदेश के डिग्री कॉलेज संस्कृत कॉलेज और अन्य मान्यता प्राप्त कॉलेज इस नियम को दरकिनार कर रहे हैं और टीचिंग-डे को पूरा नहीं किया जा रहा है.

शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार 180 टीचिंग दिन और सेमेस्टर में 90 टीचिंग डे को पूरा किया जाए. ऐसा न होने पर कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Intro:प्रदेश के कॉलेज नियमों के तहत 180 दिन के टीचिंग डे को पूरा नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि शिक्षण संस्थानों की ओर से अभी तक शिक्षा विभाग को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर ही जारी नहीं किया गया है। शिक्षा विभाग ने ऐसी लापरवाही बरतने वाले कॉलेजों पर सख्ती दिखाई है और उन्हें जल्द से जल्द अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जमा करने के निर्देश जारी किए हैं। यूजीसी गाइडलाइंस के तहत प्रदेश के क़ई कॉलेजों ने इस तय समयसीमा से कम कक्षाएं अपने कॉलेजों में लगाई है।


Body:प्रदेश में 43 डिग्री कॉलेज, 7 संस्कृत कॉलेज और 5 जीआईए कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने टीचिंग डे के मुताबिक पढ़ाई कॉलेजों में नहीं करवाई है। अब ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से इन कॉलेजों को अपना वार्षिक एकेडमिक कैलेंडर जल्द से जल्द शिक्षा निदेशालय में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। उच्च शिक्षा निदेशक ने इन कॉलेजों के प्रधानाचार्य को कॉलेज का सत्र 2019-20 का एकेडमिक कैलेंडर 3 दिनों में जमा करवाने के निर्देश जारी किए हैं। प्रधानाचार्य को कहा गया है कि प्रत्येक वर्ष एकेडमिक सत्र शुरू होने से पहले एकेडमिक कैलेंडर जारी किया जाए और यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार टीचिंग दे को पूरा किया जाए।


Conclusion:बता दें कि यूजीसी की गाइडलाइंस के तहत कॉलेजों में वार्षिक शैक्षणिक सत्र में 180 दिन के टीचिंग डे होना अनिवार्य है। इसके साथ ही सेमेस्टर प्रणाली के तहत 90 टीचिंग दे शिक्षकों के लिए आवश्यक किए गए हैं, लेकिन प्रदेश के डिग्री कॉलेज संस्कृत कॉलेज और अन्य मान्यता प्राप्त कॉलेज इस नियम को दरकिनार कर रहे हैं और टीचिंग डे को पूरा नहीं किया जा रहा है। ऐसे में शिक्षा विभाग में सख्ती दिखाते हुए यह निर्देश जारी किए हैं कि यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार 180 टीचिंग दे और सेमेस्टर में में 90 टीचिंग डे को पूरा किया जाए। ऐसा ना करने वाले कॉलेजों पर शिक्षा विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
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