शिमलाः विपक्षी सदस्यों की ओर से लगातार किए जा रहे वॉकआउट पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि इन्होंने खुद ही घटना को अंजाम दिया है और खुद ही फस गए हैं उन्होंने कांग्रेस के निलंबन और उनके खिलाफ दायर एफआईआर को भी सही बताया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदस्यों के निलंबन के बाद अब विपक्ष प्रतिदिन व्यवस्था मांग रहा है. विपक्ष के सदस्य अध्यक्ष पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं और सदस्यों के निलंबन को गलत बता रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना बहुत बड़ी थी. इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.
विपक्ष राज्यपाल से मांगे माफी
इसलिए विपक्ष के सदस्यों को राज्यपाल से क्षमा मांगनी चाहिए क्योंकि राज्यपाल का पद संवैधानिक पद होता है और वह यहां अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन करने आए थे ऐसे में उनके साथ दुर्व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सदन में विपक्ष के सदस्यों की तरफ से दलील दी गई कि उन्हें दोबारा बुलाने के लिए केवल 5 मिनट का समय दिया गया, लेकिन यह गलत है विपक्ष के सदस्यों को बुलाने के बाद सदन करीब 1 घंटे से अधिक चला. ऐसे में विपक्ष के सदस्य अपना पक्ष रख सकते थे. उन्हें सदन में आने और पक्ष रखने से किसी ने नहीं रोका. विपक्षी सदस्य विधानसभा में विपक्ष लाउंज में बैठे थे.
कानून के अनुसार हुई कार्रवाई
उन्होंने कहा कि सारी घटना मीडिया और मार्शल के सामने हुई है. विधानसभा और मार्शल ने जो भी किया वह कानून के अनुसार किया. राज्यपाल का रास्ता रोकना उनकी गाड़ी को तोड़ने का प्रयास करना गलत है संविधान इसकी इजाजत नहीं देता उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की ओर से सदन के बाहर मीडिया में इस्तेमाल की जा रही भाषा पर भी आपत्ति जताई.
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