शिमला: आज भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि (deen dayal upadhyay death anniversary) है. इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है.
सीएम जयराम ठाकुर (cm jairam on deen dayal upadhyay) ने ट्वीट किया, ''अनेकता में एकता और विभिन्न रूपों में एकता की अभिव्यक्ति भारतीय संस्कृति की सोच रही है. भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी, उत्कृष्ट संगठनकर्ता, एकात्म मानववाद के प्रणेता एवं हमारे प्रेरणास्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि.''
-
"अनेकता में एकता और विभिन्न रूपों में एकता की अभिव्यक्ति भारतीय संस्कृति की सोच रही है"
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) February 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी, उत्कृष्ट संगठनकर्ता, एकात्म मानववाद के प्रणेता एवं हमारे प्रेरणास्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/rob6R5xzp4
">"अनेकता में एकता और विभिन्न रूपों में एकता की अभिव्यक्ति भारतीय संस्कृति की सोच रही है"
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) February 11, 2022
भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी, उत्कृष्ट संगठनकर्ता, एकात्म मानववाद के प्रणेता एवं हमारे प्रेरणास्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/rob6R5xzp4"अनेकता में एकता और विभिन्न रूपों में एकता की अभिव्यक्ति भारतीय संस्कृति की सोच रही है"
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) February 11, 2022
भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी, उत्कृष्ट संगठनकर्ता, एकात्म मानववाद के प्रणेता एवं हमारे प्रेरणास्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/rob6R5xzp4
बता दें, पंडित उपाध्याय भारतीय जनसंघ के सक्रिय सदस्य थे, जिसे आज भारतीय जनता पार्टी के रूप में जाना जाता है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी. पंडित दीनदयाल उपाध्याय जब अपनी स्नातक स्तर की शिक्षा हासिल कर रहे थे, उसी वक्त वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संपर्क में आए और वह आरएसएस के प्रचारक बन गए.
हालांकि प्रचारक बनने से पहले उन्होंने 1939 और 1942 में संघ की शिक्षा का प्रशिक्षण लिया था और इस प्रशिक्षण के बाद ही उन्हें प्रचारक बनाया गया था. वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ की नींव रखी गई थी और इस पार्टी को बनाने का पूरा कार्य उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर किया था.
ये भी पढ़ें: पंजाब में गरजे सीएम जयराम ठाकुर, कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना