शिमला: बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में सामने आए. भविष्य के नौकरशाहों के साथ उन्होंने जीवन में संघर्ष और सफलता के सूत्र बांटे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सपनों को हकीकत में बदलने के लिए आधी रात को तेल जलाना पड़ता है. मुख्यमंत्री का आशय था कि रात-रात भर अध्ययन और मेहनत से संघर्ष करते हुए सफलता मिल सकती है.
जयराम ठाकुर मशोबरा स्थित लोक प्रशासन संस्थान में प्रशिक्षु अफसरों के साथ संवाद कर रहे थे. मौका था संस्थान के एक और भवन कल्पतरु के उद्घाटन का. भवन के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अफसरों से बातचीत में कहा कि उन्हें समर्पण के साथ आम जनता की सेवा करने का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए समर्पित अधिकारियों की जरूरत रहती है. बदलते समय के अनुसार अफसरों को लीक से हटकर सोचना चाहिए.
कल्याणकारी राज्य में आम जनता का विकास सरकार की प्राथमिकता होता है. जनकल्याण की नीतियों का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचने में अधिकारियों की अहम भूमिका रहती है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अफसरों के साथ सरकार के कुछ महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों और योजनाओं की चर्चा की. मुख्यमंत्री ने जनमंच, हिमकर और सहारा योजनाओं को शुरू करने के कारणों पर प्रकाश डाला.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान में नए भवन के निर्माण पर 4.34 करोड़ रुपये खर्च हुए. इसके उद्घाटन के साथ ही सीएम ने यहां ई ऑफिस और वॉल-ई की भी शुरुआत की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डाॅ. राजीव बंसल और डाॅ. मनोज शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक सिटीजन इम्पावरमेंट-ए स्टडी ऑफ ई-गवर्नेंस सर्विसेज और डाॅ. राजीव बंसल द्वारा लिखित पुस्तक स्टेपिंग स्टोन-ए कॉम्पेंडियम ऑफ केस स्टडी का भी विमोचन किया.
एचएएस प्रशिक्षुओं डाॅ. विवेक गुलेरिया और शिखा पटियाल ने हिमाचल में आयोजित दो माह के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के संबंध में अपने अनुभव साझा किए. दोनों प्रशिक्षुओं ने प्रबंधन द्वारा उठाए गए अभिनव कदमों की सराहना की.
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