शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को ऐतिहासिक माल रोड शिमला पर स्थित जीर्णोद्धार धरोहर पुलिस सहायता कक्ष का लोकार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 134 वर्षों से कार्यरत पुलिस सहायता कक्ष का महत्व आज भी बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार धरोहर इमारतों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. उन्होंने निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत कॉरपोरेट संस्थाओं से विकास कार्यों में सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल के दौरान भी बहुत सी संस्थाओं ने सीएसआर के तहत स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने में मदद प्रदान की है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धरोहर पुलिस सहायता कक्ष के जीर्णोद्धार के लिए पुलिस विभाग की सराहना की.
उन्होंने कहा कि इस सहायता कक्ष के माध्यम से लोगों विशेषकर पर्यटकों को पुलिस सहायता प्राप्त करने में सुविधा उपलब्ध होगी. शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने धरोहर पुलिस सहायता कक्ष के जीर्णोद्धार के लिए पुलिस विभाग की सराहना की.
उन्होंने कहा कि शिमला ऐतिहासिक महत्व का पर्यटन स्थल है, इसलिए सरकार द्वारा यहां धरोहर भवनों के संरक्षण के लिए दृढ़ प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस सहायता कक्ष के जीर्णोद्धार के लिए 25 लाख रुपये व्यय किए गए हैं.
इसमें 15 लाख एसीसी ट्रस्ट और 10 लाख रुपये भारतीय स्टेट बैंक द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व के तहत प्रदान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जीर्णोद्धार द्वारा कक्ष को ऐतिहासिक धरोहर का स्वरूप देने का प्रयास किया गया है.
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