शिमला: इस बार रंगो के त्यौहार होली का पर्व कोरोना वायरस के चलते भव्य तरीके से नहीं मनाया गया. शिमला में होली पर सबसे बड़ा आयोजन राधा कृष्ण मंदिर गंज बाजार में किया जाता था, लेकिन इस बार यह जश्न भी कोरोना वायरस की भेंट चढ़ा और कोरोनो के खौफ के चलते मंदिर में हर साल होने वाले होली के भव्य दर्शन को इस बार टाल दिया गया.
मंदिर में इस बार ठाकुर जी को जहां फूल चढ़ाकर होली मनाई गई तो वहीं, यहां आने वाले लोगों को चंदन का टीका लगाकर होली की शुभकामनाएं दी गईं. मंदिर में ठाकुर जी को रंग लगाने के लिए आने वाले लोगों ने भी फूल और चंदन का टीका लगाकर ही ठाकुर जी से आशीष लिया.
बता दें कि राजधानी शिमला में होली पर्व को लेकर अलग-अलग आयोजन हर साल आयोजित किए जाते हैं और सबसे बड़ा आयोजन शिमला के गंज बाजार में स्थित राधा कृष्ण मंदिर में ही होता था. होली पर बाहर से भी कलाकार बुलाए जाते थे और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही अन्य कार्यक्रम यहां आयोजित किए जाते थे, लेकिन इस बार लोगों में कोरोना वायरस को लेकर खौफ था, जिससे लोग होली मनाने से कतरा रहे थे और यहां तक कि भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से भी लोग परहेज कर रहे थे. इसी को देखते हुए राधा कृष्ण मंदिर में इस बार होने वाले होली के जश्न को टाल दिया गया.
सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष अजय सूद ने बताया कि हर साल होली पर मंदिर में भव्य आयोजन किया जाता था, लेकिन इस बार लोगों में कोरोना को लेकर खौफ था, जिसके चलते मंदिर प्रबंधन ने यह तय किया कि इस बार ठाकुर जी को फूल अर्पित कर होली का जश्न मनाया जाएगा. वहीं, लोगों को चंदन का टीका लगाकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का वायरस फैलता है तो होली के जश्न की खुशियां मनाने का कोई फायदा नहीं है.
हालांकि मंदिर के प्रांगण में बच्चे एक-दूसरे को रंग लगाकर होली मनाते नजर आए, लेकिन इस बार बाजारों लोग भीड़ में और टोलियों में निकलकर रंग खेल कर जश्न मनाते नजर नहीं आए. कोरोना के खौफ के चलते लोग अपने घरों में ही कैद रहे और उन्होंने गलियों में निकल कर इस दिन पर रंग गुलाल नहीं उड़ाए.
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