शिमला: महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर इस बार राजधानी में कोविड के चलते न तो झांकी निकाली गई और न ही भंडारे का आयोजन किया गया. इस बार वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने रक्तदान का आयोजन किया.
ऑल इंडिया वाल्मीकि परिषद ने रिज मैदान पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया और समुदाय के लोगों ने रक्तदान किया. इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी शिविर में पहुंचे और लोगों को वाल्मीकि जयंती की बधाई दी.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वाल्मीकि महान आत्मा थे, जिन्होंने महाकाव्य रामायण लिखी जो आज हमारे लिए प्रेरणा है. उन्होंने लोगों से वाल्मीकि की स्थापित आदर्शों का अनुसरण करने का आग्रह किया. वहीं, ऑल इंडिया वाल्मीकि विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष विक्की भुम्भक ने कहा कि हर साल समुदाय वाल्मीकि की जयंती पर शोभा यात्रा और भंडारे का आयोजन करते थे लेकिन कोरोना के चलते इस बार इसकी अनुमति नहीं मिल पाई है जिसके चलते इस बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया.
रक्तदान के लिए आईजीएमसी से डॉक्टरों की टीम आई है और 100 के करीब यूनिट एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है. समुदाय के लोग रक्तदान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविड के चलते रक्तदान की कमी अस्पतालों में हो रही है और रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है जिसको देखते हुए वाल्मीकि की जयंती पर इस बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया.
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