ठियोगः देश में एक ओर जहां कोरोना महामारी से लोग परेशान हैं. वहीं, भारत-चीन सीमा पर हुए विवाद से भी लोगों में चिंताएं बढ़ने लगी हैं. हाल ही में लद्दाख में 20 जवानों की शहादत पर देश में भारी आक्रोश है. सोमवार को ठियोग में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए चीन के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया.
युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने ठियोग में एकजुट होकर चीन सरकार के खिलाफ ठियोग बाजार में रैली निकाली और बस स्टैंड में चीन के राष्ट्रपति का पुतला जलाया. महासू जिला भाजयुमो के अध्यक्ष अंकुश चौहान ने कहा कि भारत-चीना सीमा विवाद पर शहीद हुए भारतीय सेना को श्रद्धांजलि देने के लिए युवा मोर्चा ने यह रैली निकाली है. जिसमें भारतीय सेना के शौर्य का समर्थन किया जा रहा है, साथ ही चीन की सेना के खिलाफ रोष भी जाहिर किया जा रहा है.
अंकुश चौहान ने कहा कि भारत की सेना किसी भी रूप से चीन से बदला लेने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि आज युवा मोर्चा के कार्यकर्ता चीन की सेना के साथ बदला लेने के लिए तत्पर हैं और अगर जरूरत पड़ी तो वे देश के लिए अपना बलिदान देने को भी तैयार हैं. उन्होंने कहा सरकार चीन से आयात होने वाले सामान पर जल्द रोक लगा दें और देश का हर आदमी भी चीनी सामान का बहिष्कार करें जिससे चीन को आर्थिक रूप से कमजोर किया जा सके.
गौरतलब है कि लद्दाख में 15 जून की रात एलएसी पर गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच सीमा पर संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई. भारत ने चीन पर गलवान घाटी में यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया है, जिसके कारण दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई. भारत-चीन सीमा पर 1975 के बाद से पहली बार हुई हिंसा में भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं. वहीं, दोनों देशों की सेनाओं के बीच कई हफ्तों से तनाव जारी है.
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