शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश के प्रशिक्षित जेबीटी युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करने के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही शैक्षणिक संस्थानों में जेबीटी के रिक्त पदों को भरने के लिए बैच वाइज भर्ती शुरू करेगी. शिक्षकों की सभी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि महामारी के बावजूद कर्मचारियों के वेतन में एक दिन की भी देरी नहीं हुई है.
हिमाचल शिक्षक महासंघ (Himachal Teachers Federation) के एक प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ग के अध्यापकों को सुविधा प्रदान करने के लिए वर्ष 2022-23 के बजट में कई घोषणाएं की गई हैं. बजट में बीएड और टेट योग्यता प्राप्त शास्त्री और भाषा अध्यापकों के पदनाम को बदलकर टीजीटी (संस्कृत) और टीजीटी (हिन्दी) करने की घोषणा की है. इसी प्रकार प्रवक्ता (स्कूल कैडर) और प्रवक्ता (स्कूल न्यू) का पदनाम प्रवक्ता (स्कूल) किया गया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अगामी वित्तीय वर्ष के बजट में यह भी घोषणा की गई है कि टीजीटी से पदोन्नत प्रवक्ता को मुख्याध्यापक के रूप में पदोन्नति के लिए एक बार विकल्प दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र के लिए वर्ष 2022-23 के दौरान 8412 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है.
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