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रामपुर में ओलावृष्टि से सेब हुए खराब, बागवानों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार - रामपुर में ओलावृष्टि

रामपुर में ओलावृष्टि से इस बार बागवानों को भारी नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि से सेब दागदार हो गए हैं जिससे मंडियों में बागवानों को सेब के अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं.

Apples get spoiled by hailstorm
ओलावृष्टि से सेब हुए खराब
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Published : Aug 16, 2020, 1:16 PM IST

रामपुर: इन दिनों प्रदेश में सेब सीजन चल रहा है. रामपुर में भी बागवान सेब को मंडियों में बेचने के लिए ले जा रहे हैं लेकिन मौसम ने बागवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. रामपुर में ओलावृष्टि से इस बार बागवानों को भारी नुकसान हुआ है.

ओलावृष्टि से सेब दागदार हो गए हैं जिससे मंडियों में बागवानों को सेब के अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं. बागवानों का कहना है कि ओलावृष्टि से कई क्षेत्रों में सेब पूरी तरह से दागदार हुआ है जिससे मंडियों में बेचने के लिए ले जाया जा रहा है. जिन क्षेत्रों में बागवानों ने एंटी हेलनैट नहीं लगाए थे, उन क्षेत्र में ओलावृष्टि से सेब की फसल पूरी तरह से खराब हुई है.

वीडियो रिपोर्ट.

बागवानों ने बताया कि ओलावृष्टि से खराब हुए सेब को मंडियों में अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं जिस कारण उन्हें सेब मजबूरन बोरियों में ही भरना पड़ रहा है, जो हिमफैड व एचपीएमसी द्वारा लिया जा रहा है.

बागवानों का कहना है कि सेब की पेटी मंडियों में 400 से 500 रुपये में बिक रहा है जिससे उनको नुकसान हो रहा है. बागवान अपने सेब लेकर मंडी नहीं जा पा रहे हैं. कोरोना के चलते बागवान सेब मंडियों में भेज रहे हैं जिस कारण आढ़ती मंडियों में मनमाने रेट लगा कर बागवानों से धोखा धड़ी कर सकते हैं.

ऐसे में बागवानों ने सरकार से मांग की है कि सभी बागवानों के सेब को सही तरह से बेचा जाए ताकि बागवानों को आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े.

ये भी पढ़ें: नाहन आयुर्वेदिक अस्पताल की पहली मंजिल कोविड-19 को समर्पित, छत पर होगी प्राकृतिक मड थैरेपी

रामपुर: इन दिनों प्रदेश में सेब सीजन चल रहा है. रामपुर में भी बागवान सेब को मंडियों में बेचने के लिए ले जा रहे हैं लेकिन मौसम ने बागवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. रामपुर में ओलावृष्टि से इस बार बागवानों को भारी नुकसान हुआ है.

ओलावृष्टि से सेब दागदार हो गए हैं जिससे मंडियों में बागवानों को सेब के अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं. बागवानों का कहना है कि ओलावृष्टि से कई क्षेत्रों में सेब पूरी तरह से दागदार हुआ है जिससे मंडियों में बेचने के लिए ले जाया जा रहा है. जिन क्षेत्रों में बागवानों ने एंटी हेलनैट नहीं लगाए थे, उन क्षेत्र में ओलावृष्टि से सेब की फसल पूरी तरह से खराब हुई है.

वीडियो रिपोर्ट.

बागवानों ने बताया कि ओलावृष्टि से खराब हुए सेब को मंडियों में अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं जिस कारण उन्हें सेब मजबूरन बोरियों में ही भरना पड़ रहा है, जो हिमफैड व एचपीएमसी द्वारा लिया जा रहा है.

बागवानों का कहना है कि सेब की पेटी मंडियों में 400 से 500 रुपये में बिक रहा है जिससे उनको नुकसान हो रहा है. बागवान अपने सेब लेकर मंडी नहीं जा पा रहे हैं. कोरोना के चलते बागवान सेब मंडियों में भेज रहे हैं जिस कारण आढ़ती मंडियों में मनमाने रेट लगा कर बागवानों से धोखा धड़ी कर सकते हैं.

ऐसे में बागवानों ने सरकार से मांग की है कि सभी बागवानों के सेब को सही तरह से बेचा जाए ताकि बागवानों को आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े.

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