शिमलाः विधानसभा परिसर में सम्पन्न हुई सर्वदलीय बैठक में सत्र को सौहार्दपूर्ण तरीके से चालने पर चर्चा की गई. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी दलों से आग्रह किया है. इसके अलावा सदन मेम किस प्रकार अधिक से अधिक जनहित के मुद्दों पर चर्चा की सके इसपर भी आज बात हुई.
विधानसभा की कार्रवाई के लिए करीब 650 तारांकित सवाल अभी तक मिल चुके हैं. विधानसभा सचिवालय में कुल मिलाकर करीब 900 प्रश्न आ चुके हैं. वहीं, सदस्य पांच मार्च तक प्रश्न दे सकते हैं. अब तक सरकार की ओर से कोई बिल नहीं पहुंचा है.
इस बार 400 कर्मचारियों से लिया जाएगा काम
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कर्मचारियों की संख्या को भी सीमित किया गया है. जहां सामान्य समय में 1200 कमर्चारियों की तैनाती सत्र के लिए की जाती थी. इस बार कोरोना संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए केवल 400 कर्मचारियों और अधिकारियों से लिया जाएगा काम.
लोगों को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान न आने की सलाह
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने लोगों को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान न आने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मंत्री भी पीएसओ व एक अन्य व्यक्ति को ही साथ लाएं तो अच्छा रहेगा. विधायक पीएसओ को ही लाएं, क्योंकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है.
हर रोज किया जाएगा सेनिटाइज
परमार ने कहा कि शारीरिक दूरी के साथ-साथ मास्क पहनना तभी संभव हो सकता है, जब सभी इस जिम्मेदारी को समझेंगे. विधानसभा परिसर को कोरोना मुक्त रखने के लिए रोजाना सुबह व शाम सेनिटाइज किया जाएगा.
26 फरवरी से शुरू होगा बजट सत्र
बजट सत्र के दौरान होनी वाली 17 बैठकों में प्रत्येक विधायक जन उपयोगी मुद्दों को उठाएं और सार्थक बहस करें. प्रत्येक विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाएं और सरकार उसका समाधान करें. सत्र 26 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होगा. छह मार्च को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अगले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करेंगे.
मंत्री व विधायक के वाहन की होगी जांच
कोरोना संक्रमण के किसी भी संभावित खतरे से बचने के लिए बजट सत्र के दौरान दर्शक दीर्घा को आधी खाली रखा जाएगा. यहां 63 सीटें हैं, जिनमें से 32 खाली रखी जाएंगी. मंत्री व विधायक के वाहन की जांच होगी.
अधिकारियों व कर्मचारियों के 610 पास जारी
अभी तक बजट सत्र के लिए सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से 1435 प्रवेश पास बनवाने के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 610 पास जारी किए जा चुके हैं. मीडिया कवरेज के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व इंटरनेट मीडिया के प्रतिनिधियों के 205 पास जारी हो चुके हैं.
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